भोपाल। “हमारे देश में संविधान में कई प्रकार के चुनाव होते हैं ,लोकसभा के ,विधानसभा के ,नगरीय निकाय के ,पंचायत के , वही उपचुनावो का भी अपना एक अलग ही मायना होता है।इससे ना सरकार बनती है ,ना बिगड़ती है लेकिन उपचुनावों के परिणाम देश में , प्रदेश में एक संदेश के रूप में होते हैं “ उक्त संबोधन प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने प्रदेश में आगामी समय में होने वाले एक लोकसभा और तीन विधानसभा के उपचुनावो की तैयारियों व रणनीति को लेकर आज आयोजित एक बैठक के दौरान दिया। इस अवसर पर नाथ ने कहा कि दो साल बाद प्रदेश में विधानसभा के चुनाव हैं ,यह चारो उपचुनाव ,उन चुनावो के लिए एक संदेश के रूप में होंगे।
आज हमने यह महत्वपूर्ण बैठक चारों उपचुनावो की तैयारियों व रणनीति को लेकर बुलाई है। हम इन क्षेत्रों के सभी प्रमुख कांग्रेसजनों ,कार्यकर्ताओं से राय मशवरा कर इन चुनावों की रणनीति को और यहां के प्रत्याशियो के नाम को अंतिम रूप देंगे।जो भी जीतने वाला योग्य उम्मीदवार होगा ,उसे हम अपना प्रत्याशी बनाएंगे। जो भी प्रत्याशी पार्टी की तरफ़ से तय होगा ,सभी कांग्रेस जन पूरी ताकत व एकजुटता से उसे जिताने के लिए मैदान में जुड़ जाये।जिस प्रकार दमोह में हमने उपचुनाव भारी मतो से जीता , वैसे ही हमें यह सभी उपचुनाव भी भारी मतों से जीतना है। दमोह का उपचुनाव हमारे संगठन ने ,मंडल-बूथ-सेक्टर के कार्यकर्ताओं ने लड़ा। उस चुनाव की जीत मंडल-सेक्टर के कार्यकर्ताओं की जीत रही संगठन की जीत रही।
मैं शुरू से ही कहता हूं कि हमारा मुकाबला भाजपा से नहीं बल्कि उसके संगठन से है। आज की राजनीति परिवर्तनशील व स्थानीय हो चली है।अब बड़ी-बड़ी आम सभाओं और रैलियों का समय गया ,अब तो बूथ पर व जनता से सीधे जुड़ाव का समय है। जिसका जनता से सीधा जुड़ाव होगा , उसकी जीत सुनिश्चित है।हमें क्षमतावान लोगों की पहचान करना होगी ,इन क्षेत्रों में मंडल-सेक्टर की इकाइयों में सभी योग्य , निष्ठावान लोगों का चयन हो ,इस बात का आप सब लोग विशेष रुप से ध्यान रखें।हमें तेरा-मेरा नहीं देखते हुए सभी को साथ लेकर चलना है।
प्रदेश में हमारी 15 माह की सरकार ने अपनी नीति व नीयत का परिचय दिया। इन 15 माह में मैंने किसी भी कांग्रेसजन का सर कभी भी शर्म से झुकने नहीं दिया। हमारी 15 माह की सरकार के कामों की कोई आलोचना भी नहीं कर सकता है , हमने इन 15 माह में प्रदेश की पहचान को बदलने का काम किया।आज जनता महंगाई,बेरोजगारी ,बढ़ते अपराधों से परेशान है। आज महिलाओं पर अत्याचार की घटनाएं बढ़ रही है ,किसान परेशान हैं ,संवैधानिक संस्थाओं की स्वतंत्रता खत्म करने का काम किया जा रहा है ,हमारी आजादी,निजता और संस्कृति पर हमला करने का काम किया जा रहा है।हमारे देश की संस्कृति लोगों को जोड़ने का काम करती है ,यही कांग्रेस की भी संस्कृति है।आज हमारे सामने कई चुनौतियाँ है। इन उपचुनावो के परिणाम युवाओं का ,किसानों का ,प्रदेश के लोगों के आत्मसम्मान का भविष्य तय करेंगे।
इस अवसर पर मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी मुकुल वासनिक ने अपने संबोधन में कहा कि आप सब लोग मैदान में है ,आपको पता है कि लड़ाई कैसे लड़ना है।हम सबको आपसी मतभेद भुलाकर ,एकजुट तरीके से इस लड़ाई को लड़ना है।सभी अपनी राय रखें ,हम सभी की राय को महत्व देंगे लेकिन जो भी प्रत्याशी तय हो ,सभी मिलकर ,पूरी ईमानदारी से उसके लिए जुड़ जाएं।आज अनुशासन हमारे लिए महत्वपूर्ण है ,हमें अनुशासन का ध्यान विशेष रूप से रखना होगा।
आज देश में मोदी सरकार ,प्रदेश में शिवराज सरकार किस प्रकार से लोगों का दमन कर रही है ,उनकी विफलताओं को हमें जनता के बीच में लेकर जाना होगा।किस प्रकार तीन काले कानूनों से किसानों को बर्बाद करने का काम किया जा रहा है ,पेगासस जासूसी के माध्यम से लोगों की निजता हनन करने का काम किया जा रहा है।हम सरकार से इस पर चर्चा व जांच की मांग कर रहे लेकिन सरकार इससे पीछे भाग रही है।आज महंगाई ,बेरोजगारी ,अर्थव्यवस्था ,किसानों का शोषण जैसे प्रमुख मुद्दे हैं ,हमें इन मुद्दों को लेकर जनता के बीच में जाना होगा।
जिस प्रकार हमने एकजुटता से लड़कर दमोह सीट जीती है ,वैसे ही हमें यह चारों सीटें भी हर हाल में जितना है।
इस महत्वपूर्ण बैठक में पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुरेश पचौरी ,अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव सुधांशु त्रिपाठी ,सी पी मित्तल ,कुलदीप इंदौरा ,संजय कपूर ,पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया,चंद्रप्रभाष शेखर , राजीव सिंह , सज्जन वर्मा ,नर्मदा प्रसाद प्रजापति ,कार्यकारी अध्यक्ष बाला बच्चन ,रामनिवास रावत ,सुरेंद्र चौधरी ,विपिन वानखेड़े ,रजनीश सिंह ,अर्चना जायसवाल , उपचुनाव क्षेत्रों के प्रभारी रवि जोशी , लखन घनघोरिया ,प्रवीण पाठक ,मनोज चावला ,अजय टंडन सहित कांग्रेस संगठन के प्रमुख पदाधिकारी गण , इन क्षेत्रों के प्रमुख नेता व कार्यकर्ता उपस्थित थे।
नरेन्द्र सलूजा