रीवा। मध्यप्रदेश में इन दिनों नेताओं के आपत्तिजनक पोस्ट करने और बयान देने का सिलसिला चल पड़ा है. हाल ही में दिग्विजय सिंह की पोस्ट और उसके बाद शिवराज चौहान की सालों पहले की शेयर की गई एक वीडियो का मामला तूल पकड़ता नजर आया था और इसी बीच रीवा सांसद जनार्दन मिश्रा का बयान सुर्खियों में आ गया है. अपने बयान में उन्होंने कलेक्टर को थप्पड़ मारने की बात कहते हुए यह कह दिया कि कलेक्टर को थप्पड़ मार दो तो साल भर की नेतागिरी चल जाती थी, उसके बाद वह चर्चा का विषय बन गए हैं. उनका यह कहते हुए वीडियो भी सामने आया है.
भाजपा के रीवा सांसद जनार्दन मिश्रा के अधिकारियों के प्रति विचार..
“हम यह मानते थे कि कलेक्टर को एक थप्पड़ मार दो तो साल भर की नेतागीरी चल जाती थी।
हम ताकते रहते थे और मौक़ा भी मिल जाता था , कभी कालर पकड़ लेते , कभी तमाचा , कभी कुर्सी फेंकना…”अधिकारियों के लिये ये कैसी भाषा…? pic.twitter.com/2SRtvoGpge
— Narendra Saluja (@NarendraSaluja) April 13, 2022
जनार्दन के इस वीडियो को कांग्रेस के नरेंद्र सलूजा ने ट्वीट करते हुए कहा कि भाजपा के रीवा सांसद जनार्दन मिश्रा के अधिकारियों के प्रति कुछ इस तरह के विचार हैं. शेयर किए गए वीडियो में मिश्रा यह कहते नजर आ रहे थे कि मैं बहुत उद्दंड किस्म का आदमी था और लोगों का कहना था कि कलेक्टर को एक थप्पड़ मार दो तो साल-दो साल की नेतागिरी पक्की हो जाती थी. हम ताकते रहते थे और मौका मिल जाता था कभी कॉलर पकड़ते, कभी तमाचा, तो कभी किसी पर कुर्सी फेंक देना. इस वीडियो को शेयर करते हुए नरेंद्र सलूजा ने यह सवाल किया कि अधिकारियों के लिए यह किस तरह की भाषा का उपयोग किया जा रहा है?
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बता दें कि अभी यह सामने नहीं आ पाया है कि यह कार्यक्रम कब का है और यहां रीवा सांसद किस मामले में यह सभी बातें कह रहे हैं. लेकिन सोशल मीडिया पर वायरल हुए उनके वीडियो ने सुर्खियां बटोर ली है.