जितनी बयानबाजी उतना ही लाल टोपी का क्रेज 

नई दिल्ली: यूपी में समाजवादी पार्टी(Samajwadi Party) की लाल टोपी का क्रेज दिनों दिन बढ़ रहा है। इसे पार्टी के कार्यकर्ता और पदाधिकारी सिर पर धारण कर रहे है लेकिन जिन दुकानदारों ने बेचने के लिए इस टोपी को अपने यहां रखा है उनका धंधा अच्छाखासा फल फूल रहा है। दरअसल भाजपा(BJP) जैसी पार्टी लाल टोपी को लेकर जिस तरह से बयानबाजी कर रही है, उससे उतना ही क्रेज इस टोपी का बढ़ने संबंधी बात सामने आ रही है।

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यूपी के लिए खतरा है

जितनी बयानबाजी उतना ही लाल टोपी का क्रेज 

यूपी चुनाव में राजनीतिक दल एक दूसरे को पटकनी देने में कोई कसर शेष नहीं रख रहे है। भाजपा भी सपा की लाल टोपी वाले मामले में यह कह रही है कि यह टोपी यूपी के लिए खतरा है। भले ही भाजपा या अन्य राजनीतिक दल लाल टोपी को लेकर  कुछ भी बयानबाजी कर रहे हो लेकिन इसके उलट लाल टोपी का क्रेज बढ़ता जा रहा है।

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चुनाव आयोग का भय नहीं

लाल टोपी पहनकर सपा के कार्यकर्ताओं द्वारा यूपी में प्रचार प्रसार किया जा रहा है लेकिन इस टोपी के कारण कार्यकर्ताओं को चुनाव आयोग का भय नहीं है। पार्टी कार्यकर्ता बगैर शोरगुल किए घर-घर जाकर प्रचार कर रहे है। बता दे कि चुनाव आयोग ने अभी चुनावी रैलियां व प्रदर्शन आदि पर रोक लगा रखी है।

यह कहते है पदाधिकारी

भाजपा जैसे राजनीतिक दल को सपा पदाधिकारी जवाब देने के लिए तत्पर दिखाई दे रहे है। उनका कहना है कि लाल टोपी न तो यूपी के लिए खतरा है और न ही पार्टी के कार्यकर्ता गुंडे है। हम जनता के सेवक है तथा इस विधानसभा चुनाव में क्रांति लाकर यूपी की मौजूदा योगी सरकार को बदलकर ही दम लेंगे।