मध्य प्रदेश में मानसून का दौर समाप्त हो चुका है, फिर भी कई जिलों में बारिश जारी है। मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में नए मौसम सिस्टम सक्रिय हैं, जिसके कारण बारिश का असर देखा जा रहा है। 16 अक्टूबर को भी कुछ जिलों में बारिश की संभावना जताई गई है।
प्रदेश में मौसम का मिजाज
मौसम विभाग ने बताया कि प्रदेश में रात के तापमान में गिरावट आनी शुरू हो गई है। दिवाली तक हल्की ठंड का अहसास होने की उम्मीद है। मौसम विभाग ने इंदौर, उज्जैन, रतलाम, खरगोन, सीहोर, धार और कटनी सहित आसपास के क्षेत्रों में बारिश की संभावना जताई है। वर्तमान में अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में दो वेदर सिस्टम सक्रिय हैं, जो बारिश के लिए जिम्मेदार हैं।
बारिश का रिकॉर्ड
इस वर्ष, मध्य प्रदेश के 40 से अधिक जिलों में कोटे से ज्यादा बारिश हुई है। इंदौर सहित 5 जिलों में सामान्य मात्रा में वर्षा हुई है, जबकि उज्जैन बाउंड्री पर बना रहा। पिछले साल के मुकाबले इस बार कम जिलों में वर्षा की कमी देखी गई है।
मौसम विभाग ने बताया कि नया सर्कुलेशन सिस्टम अगले एक-दो दिनों में समाप्त हो जाएगा, जिसके बाद मौसम साफ हो जाएगा। बुधवार को इंदौर, उज्जैन, रतलाम, खरगोन, सीहोर, बैतूल, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला, बालाघाट और अनूपपुर जिलों में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश की संभावना बनी हुई है।
प्रदेश में ठंड की दस्तक
20 अक्टूबर से हल्की ठंड का अनुभव होने लगेगा, क्योंकि बारिश का दौर समाप्त होने के बाद तापमान में गिरावट आएगी। तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे जा सकता है, जबकि दिन में यह 33-34 डिग्री के बीच रहेगा। यह ठंड किसानों के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है।
मौसम विभाग के मुताबिक, ठंड की शुरुआत ग्वालियर-चंबल संभाग से होगी। उत्तर भारत के राज्यों में ठंड की शुरुआत होते ही यह धीरे-धीरे मध्य प्रदेश की ओर बढ़ेगी। फिलहाल, प्रदेश के मौसम में गर्मी का अहसास नहीं है।