राजस्थान के सांवलिया सेठ की महिमा की बात जितनी की जाए उतनी कम ही लगती है, इसका अनुभव सेठ जी के मंदिर में अपना शीश नवाने वाले ही बहुत बेहतर तरह से बता सकते है, राजस्थान तो क्या पुरे देश और विदेशों से भी लाखों श्रद्धालु सांवालिया सेठ के दर्शन के लिए आते है, सांवलिया सेठ की महिमा इतनी निराली है की कोई व्यक्ति एक बार उनके दर्शान कर ले उस यूसके समस्त पापों से मुक्ति मिल जाती है.
सांवलिया सेठ के भक्त उन्हें प्रेम से भोग लगाते है और चढ़ावा चढ़ाते है कई भक्त मनीआर्डर और ऑनलाइन माध्यम से भेंट राशि प्रदान करते है जब सांवलिया जी की दानपेटी की गणना की जाती है तो वह करोड़ो की संख्या में होती है आज चैत्र मास कृष्णपक्ष चतुर्दशी के अवसर पर खोली गई श्री सांवलिया सेठ की भण्डार दानपेटी की गणना में चौरानवे लाख पैंतीस हजार छः सौ चौंतीस ( 94,35,634 ) रूपये की दानराशि प्राप्त हुई
साथ ही मनीऑर्डर , ऑनलाइन एवम भेंटकक्ष से प्राप्त भेंट राशि बाईस लाख अट्ठाईस हजार ( 22,28,000 ) रूपये प्राप्त हुए इसी प्रकार सब मिला कर चौदह (14) दिन की कुल दानराशि एक करोड़ सोलह लाख तरेसट हजार छः सौ चौंतीस (1,16,63,634 ) रूपये धनराशी प्राप्त हुई
जय श्री सांवलिया सेठ की