दुनिया के सबसे बड़े दूध उत्पादक देश भारत में सालाना 21 करोड़ टन होता है। वही गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन (GCMMF) के मैनेजिंग डायरेक्टर आर एस सोढ़ी ने कीमतों को लेकर एक राहत भरा बयान दिया है।
GCMMF मुख्य रूप से गुजरात, दिल्ली-एनसीआर, पश्चिम बंगाल और मुंबई के बाजारों में दूध बेचता है। यह कोऑपरेटिव संस्थान प्रतिदिन 150 लाख लीटर से अधिक दूध बेचता है, जिसमें से दिल्ली-एनसीआर में लगभग 40 लाख लीटर दूध की बिक्री होती है।
भविष्य में कोई योजना नहीं
यह पूछे जाने पर कि मदर डेयरी द्वारा दूध कीमतों में वृद्धि किए जाने के बाद क्या जीसीएमएमएफ की दूध की कीमतों में वृद्धि की कोई योजना है, सोढ़ी ने कहा कि निकट भविष्य में कोई योजना नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि अक्टूबर में पिछली बार खुदरा मूल्य वृद्धि के बाद से लागत में ज्यादा वृद्धि नहीं हुई है।
दो रूपये की हुई थी बढ़ोतरी
अक्टूबर के मध्य में जीसीएमएमएफ ने अमूल गोल्ड (फुल-क्रीम) और भैंस के दूध की कीमतों में दो रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की। यह वृद्धि, चुनावी राज्य गुजरात को छोड़कर, बाकी सभी बाजारों में हुई है। दाम में इस बढ़ोतरी के बाद अमूल गोल्ड की कीमत 61 रुपये से बढ़ाकर 63 रुपये प्रति लीटर जबकि भैंस के दूध की कीमत 63 रुपये से बढ़ाकर 65 रुपये प्रति लीटर हो गई।
मदर डेयरी ने बढ़ाई कीमतें
इस हफ्ते की शुरुआत में, मदर डेयरी ने लागत बढ़ने का हवाला देते हुए दिल्ली-एनसीआर के बाजार में फुल-क्रीम दूध की कीमतों में एक रुपये प्रति लीटर और टोकन दूध में 2 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की थी।
अबतक 3 बार बाढ़ चुकी है कीमतें
जीसीएमएमएफ ने इस साल 3 बार दूध की कीमतों में बढ़ोतरी की है, जबकि मदर डेयरी ने 4 बार ऐसा किया है। मदर डेयरी दिल्ली-एनसीआर में प्रति दिन 30 लाख लीटर से अधिक बिक्री की मात्रा के साथ अग्रणी दूध सप्लायर में से एक है। दुनिया में दूध के सबसे बड़े उत्पादक देश, भारत में दूध उत्पादन सालाना लगभग 21 करोड़ टन का होता है।