मध्य प्रदेश में ठंड का असर बढ़ने लगा है, और तापमान में गिरावट का सिलसिला जारी है। राजस्थान में बने चक्रवात के कारण सर्द हवाओं का रुख मध्य प्रदेश की तरफ बढ़ रहा है, जिससे प्रदेश में ठंड और अधिक बढ़ रही है। साथ ही हवाओं में नमी भी शामिल हो रही है, जिससे कोहरा और धुंध का प्रकोप भी देखने को मिल रहा है।
प्रदेश में मौसम का मिजाज
बुधवार को प्रदेश के कई हिस्सों में तापमान में और गिरावट आई। राजगढ़ जिले में सबसे कम तापमान 9.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। पचमढ़ी, जो प्रदेश का एकमात्र हिल स्टेशन है, वहां का न्यूनतम तापमान 7.8 डिग्री सेल्सियस रहा। राजधानी भोपाल में भी तापमान 11 डिग्री सेल्सियस के आसपास दर्ज किया गया, जो इस सीजन का अब तक का सबसे कम तापमान था।
इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग के मुताबिक, आने वाले एक-दो दिनों तक मौसम इसी तरह ठंडा बना रहेगा। इसके बाद प्रदेश के कुछ हिस्सों में नमी आने के कारण बादल भी छा सकते हैं, जिसके चलते तापमान में थोड़ी बढ़ोतरी हो सकती है। राजस्थान पर बने चक्रवात का प्रभाव प्रदेश पर लगातार बना हुआ है, जिससे सर्द हवाओं का प्रवाह जारी है। इस कारण रात के तापमान में गिरावट आ रही है। ग्वालियर-चंबल संभाग में सर्द हवाओं और नमी के कारण कोहरा भी देखने को मिल रहा है।
इन जिलों में कोहरे का असर
ग्वालियर में दृश्यता 500 से 1000 मीटर के बीच पहुंच चुकी है, और मौसम विभाग ने गुरुवार को ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना और शिवपुरी जिलों में कहीं-कहीं कोहरे का असर होने की संभावना जताई है। अगले दो-तीन दिनों तक मौसम शुष्क रहने की संभावना है, लेकिन ठंड बढ़ने का सिलसिला जारी रहेगा।पचमढ़ी, जो कि मध्य प्रदेश का एकमात्र हिल स्टेशन है, इस समय प्रदेश के सबसे ठंडे स्थानों में से एक बन गया है। नवंबर महीने में यहां की रातें खासतौर पर सर्द हो गई हैं। पिछले छह दिनों से पचमढ़ी में रात का तापमान 9 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहा है। मंगलवार और बुधवार की रात का तापमान 8 डिग्री रहा। वहीं, दिन के समय यहां का तापमान 23.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो पचमढ़ी की ठंडी हवाओं और मौसम को दर्शाता है।
इन जिलों में तापमान में गिरावट
उत्तर भारत से आ रही सर्द हवाओं के चलते प्रदेश में ठिठुरन बढ़ गई है। तापमान में गिरावट के कारण कई जिलों में घना कोहरा छा गया है, जिससे विजिबिलिटी (दृश्यता) भी कम हो गई है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों में इंदौर, भोपाल सहित अन्य जिलों में तापमान में तेज गिरावट आएगी और कड़ाके की ठंड शुरू हो सकती है।
गुरुवार की सुबह से ही प्रदेश के कई जिलों में घना कोहरा देखने को मिला। इससे दिन के समय भी ठंड महसूस हो रही है। पचमढ़ी और मंडला जैसे पहाड़ी इलाकों में तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे गिर चुका है, और यह गिरावट आगे भी जारी रहने का अनुमान है। इस मौसम में ठंड बढ़ने से प्रदेश में सर्दी का प्रभाव और तीव्र हो सकता है।