भारत रत्न और अखंड भारत के प्रतीक लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर उत्तर प्रदेश में एक महीने तक चलने वाला ‘सरदार @150 यूनिटी मार्च’ आयोजित किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को इस कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी साझा करते हुए बताया कि 31 अक्टूबर से 26 नवंबर तक प्रदेशभर में जन-जागरण, सांस्कृतिक और सामाजिक गतिविधियों की श्रृंखला आयोजित की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह आयोजन “अखंड भारत से आत्मनिर्भर भारत” की भावना को हर व्यक्ति तक पहुंचाने का एक प्रभावी माध्यम बनेगा।
तीन दिवसीय पदयात्रा का आयोजन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि प्रदेश के प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र में तीन दिवसीय, 8 से 10 किलोमीटर लंबी पदयात्रा का आयोजन किया जाएगा। यह यात्रा सभी विधानसभा क्षेत्रों से होकर गुजरेगी और स्थानीय लोगों को एकता, अखंडता तथा राष्ट्र निर्माण के संदेश से जोड़ेगी। पदयात्रा से पहले जन-जागरूकता बढ़ाने के लिए विभिन्न सांस्कृतिक और बौद्धिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।
- वाद-विवाद प्रतियोगिता: “लौह पुरुष सरदार पटेल – आधुनिक भारत के निर्माता”
- निबंध प्रतियोगिता: “भारत की एकता और सरदार पटेल का योगदान” विषय पर
- योग शिविर, स्वास्थ्य जांच और स्वच्छता अभियान: जनता को आत्मनिर्भर भारत के संदेश से जोड़ने हेतु
- संगोष्ठी और सेमिनार: शैक्षणिक संस्थानों एवं सांस्कृतिक केंद्रों में आयोजित
- नुक्कड़ नाटक और लोक कार्यक्रम: ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में प्रदर्शन
राष्ट्रीय स्तर पर ऐतिहासिक कार्यक्रम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि यह कार्यक्रम केवल प्रदेश तक ही सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इसे राष्ट्रीय स्तर पर भी आयोजित किया जाएगा। इसके तहत उत्तर प्रदेश के हर जिले से पांच खिलाड़ी, कलाकार और युवा प्रतिनिधि इसमें शामिल होंगे। ये युवा गुजरात के करमसद, जहाँ सरदार पटेल का जन्म हुआ था, से लेकर केवड़िया में स्थित स्टैच्यू ऑफ यूनिटी तक 150 किलोमीटर की राष्ट्रीय पदयात्रा में हिस्सा लेंगे। प्रदेश सरकार उन्हें चार प्रमुख केंद्रों से बस के माध्यम से करमसद भेजेगी, जहाँ से यह ऐतिहासिक यात्रा प्रारंभ होगी। यह यात्रा 31 अक्टूबर (सरदार पटेल की जयंती) से 26 नवंबर (संविधान दिवस) तक आयोजित की जाएगी।
‘रन फॉर यूनिटी’ का आयोजन
मुख्यमंत्री ने बताया कि 31 अक्टूबर को पूरे प्रदेश में ‘रन फॉर यूनिटी’ का आयोजन किया जाएगा। इस कार्यक्रम में सरकारी कर्मचारी, स्कूल और कॉलेज के छात्र, एनसीसी, एनएसएस और विभिन्न समाजसेवी संगठन भाग लेंगे। इसके साथ ही, “नशा मुक्त भारत”, “वोकल फॉर लोकल” और “लोकल फॉर ग्लोबल” जैसे सामाजिक अभियानों को भी इस कार्यक्रम से जोड़ा जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरदार पटेल का जीवन देश की एकता, सेवा और दृढ़ निश्चय का प्रतीक है, और उनके आदर्शों से प्रेरित होकर युवा भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में आगे बढ़ेंगे।