श्रद्धा मर्डर केस : व्हाट्सएप चैट से मारपीट का खुला राज, पिटाई के बाद से बीपी लो है और शरीर में दर्द

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By Rohit KanudePublished On: November 18, 2022

श्रद्धा मर्डर मामलें लगातार एक के बाद एक बड़े खुलासे हो रहे हैं। अब इस केस में श्रद्धा की व्हाट्सएप चैट से उसके साथ हुई मारपीट का पता चला है। श्रद्धा और उसके पूर्व टीम लीडर के बीच की ये चैट एक मीडिया के हाथ लगी है। ये चैट 24 नवंबर 2020 की है जिसमें श्रद्धा तबीयत ठीक ना होने की बात कह रही है।

बिस्तर से भी नही उठ पा रही

आरोपी आफताब पूनावाला और मृतका श्रद्धा की चेटिंग सामने आई है। इससे यह पता चलता है कि, आरोपी पूनावाला बुरी तरह से पिटाई करता था। वायरल चैट में लिखा कि, वह आज काम नहीं कर पाएगी। कल की पिटाई के बाद से बीपी लो है और शरीर में दर्द भी है। उसने आगे लिखा कि, वह बिस्तर से भी नहीं उठ पा रही है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि पिटाई के बाद श्रद्धा को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था। जांचकर्ताओं का कहना है कि ये चैट तब की हैं जब वे मुंबई के पास वसई में एक साथ रहते थे।

चेहरे पर चोट के निशान

चैट में एक तस्वीर के साथ श्रद्धा ने ये बात लिखी थी। फोटो में श्रद्धा के चेहरे पर चोट के निशान भी नजर आ रहे हैं। उसने अपने दोस्त से कहा कि, “उसे यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि वह (आफताब) आज बाहर चला जाए.” श्रद्धा ने 24 नवंबर, 2020 की चैट में अपने माता-पिता से भी बात करने का जिक्र किया, जिससे पता चलता है कि उनका संबंध बीच में टूट गया था।

इस चैट में लड़की के दोस्त ने उससे उसके पति का नाम पूछा, जिससे पता चलता है कि शायद श्रद्धा ने अपने ऑफिस को बताया था कि वे शादीशुदा थे। इसके बाद श्रद्धा के दोस्त ने लिखा कि, “चिंता मत करो. हम सब तुम्हारे साथ हैं। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि वह अपनी मां और बहन से भी उसकी (श्रद्धा की) मदद करने के लिए कह सकते हैं।

अस्पताल से खुला राज

इसके एक हफ्ते बाद, वह 3 दिसंबर से 6 दिसंबर के बीच वसई के एक निजी अस्पताल में गई थी। अस्पताल के रिकॉर्ड से ये पता चला है. वहां के डॉक्टर ने कहा कि जब श्रद्धा उनके पास आई थी तो केवल आंतरिक चोटें थीं. अस्पताल की रिपोर्ट में गंभीर पीठ दर्द, मतली, गर्दन में दर्द जैसी बातें हैं। हालांकि, श्रद्धा बाद में फॉलोअप के लिए अस्पताल नहीं गईं।

दोस्त ने भी खोला राज

श्रद्धा के दोस्त राहुल राय ने कहा है कि वह उसके साथ पुलिस थाने और अस्पताल गया था। राहुल ने दावा किया, “उसने (आफताब) उस पर दो-तीन बार हमला किया था। उसकी गर्दन पर गहरा निशान था, जैसे कि उसने उसका गला घोंटने की कोशिश की हो। पुलिस ने श्रद्धा को घर जाने के लिए मना लिया था, हालांकि वह डरी हुई थीं। उसके दोस्तों ने अब पुलिस को बताया है कि वह नियमित रूप से आफताब के हाथों घरेलू हिंसा का शिकार होती थी।

आरोपी का होगा नार्को टेस्ट

इसी बीच शुक्रवार को साकेत कोर्ट ने रोहिणी फॉरेंसिक साइंस लैब को 5 दिन के अंदर आफताब का नार्को टेस्ट करने का आदेश दिया है। दरअसल जब किसी आरोपी का नार्को टेस्ट करवाया जाता है तब उसकी रजामंदी भी जरूरी होती है। अदालत में जब आफताब (Aftab) से पूछा गया कि वह नार्को टेस्ट करवाने के लिए तैयार हैं। तब उसका जवाब था ‘I give my consent’. इस दौरान अदालत ने ये भी आदेश दिए हैं कि, आरोपी आफताब पर थर्ड डिग्री का इस्तेमाल ना किया जाए।