मिलावटखोरों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही, महिला स्व-सहायता समूह का सशक्तिकरण मेरी प्राथमिकता – मुख्यमंत्री

Share on:

उज्जैन 08 फरवरी: प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संभाग के सभी संभागायुक्त एवं कलेक्टर तथा पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिये कि वे मिलावटखोरों के विरूद्ध सख्त एवं कड़ी कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। मिलावटखोर किसी भी स्थिति में बचने न पाये। मिलावटखोरों के मूल जड़ पर प्रहार करने की आवश्यकता है। मिलावटखोरों के विरूद्ध पूरी क्षमता एवं ताकत से एक अभियान चलाने की जरूरत है। यदि मावा, पनीर, घी या अन्य खाद्य वस्तुओं में मिलावट की जाती है तो सम्बन्धित मिलावटखोरों के विरूद्ध व्यापक स्तर पर कार्यवाही की जाये। मिलावट के बारे में पता लगाने के लिये स्थानीय सूचना तंत्र को भी विकसित किया जाये। मुख्यमंत्री ने कहा कि मिलावटखोरों के विरूद्ध अभियान चलाते समय यह ध्यान रखा जाये कि निर्दोष छोटे दुकानदार परेशान न हों। लोगों को अनावश्यक डराया या धमकाया न जाये। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी पटवारी एवं अन्य ग्रामीण कर्मचारियों को मिलावट का पता लगाने के लिये उनका सहयोग लिया जाये। मिलावटखोरों के विरूद्ध सख्त कानून लाया गया है। इसमें दोषियों को 10 वर्ष की सजा दी जाती है। सभी मिलावटखोरों को चिन्हित कर उन्हें कानून के अनुसार दण्डित किया जाये।

मुख्यमंत्री ने कहा कि महिला स्व-सहायता समूह की महिलाओं का सशक्तिकरण करना मेरी प्राथमिकता है, इसलिये सभी संभागायुक्त एवं कलेक्टर महिला स्व-सहायता समूह को मजबूत बनाने के लिये मिशनरी भाव से कार्य करें। इस कार्य में कोई ढिलाई न बरतें। समूह की महिलाएं बेहतर कार्य कर रही हैं। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि जिन जिलों में महिला स्व-सहायता समूह विभिन्न उत्पादनों के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं, उन समूहों का सकारात्मक वीडियो बनाकर इसका व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाये, ताकि अन्य महिलाएं भी इससे प्रेरणा लेकर विभिन्न वस्तुओं को बनाने में रूचि ले सकें। मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाएं मसालों की ब्राण्डिंग कर सकती हैं। महिलाएं कभी भी अपनी सामग्री में मिलावट नहीं करेंगी। उन्होंने‍ निर्देश दिये कि महिला स्व-सहायता समूहों की बिक्री बढ़ाने के लिये उन्हें बड़े होटलों, मॉल एवं बाजारों में आऊटलेट प्रदान किया जाये।

मुख्यमंत्री चौहान ने प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना की समीक्षा करते हुए निर्देश दिये कि सभी जिले दिये गये निर्धारित लक्ष्य को पूरा करें। स्ट्रीट वेण्डरों को 10-10 हजार रुपये की राशि के ऋण दिलायें। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्ट्रीट वेण्डरों को ऋण दिलाने में एवं उनका स्वरोजगार शुरू करवाने में प्रदेश को भारत का नम्बर-1 प्रदेश बनाकर रहेंगे। उन्होंने जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को तत्सम्बन्ध में सक्रियता से अपनी भूमिका निभाने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने नये परिवारों को मिलने वाले खाद्यान्न वितरण प्रणाली की समीक्षा की और सभी कलेक्टर को निर्देश दिये कि अनाज बांटने में लापरवाही करने वाले एवं देर करने वाले सेल्समेनों को तत्काल हटाया जाये। उन्होंने कहा कि अन्न उत्सव लगातार चलते रहेंगे। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि सभी जिले एक नवाचार करते हुए अपने जिले के दिव्यांग एवं बुजुर्ग व्यक्तियों के घरों तक राशन पहुंचायें। तत्सम्बन्ध में ग्वालियर जिले द्वारा किये गये ऐसे ही एक प्रयास की उन्होंने सराहना की।

मुख्यमंत्री चौहान ने कुछ जिलों द्वारा गायब हुई लड़कियों की बरामदगी पर की गई कार्यवाही पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि कुछ जिलों ने बेटियों को तलाश कर उनके माता-पिता को सौंपा है। उन्होंने कहा कि हमें बेटियों को सुरक्षित वातावरण देना है। यदि किस कारणवश धर्म स्वतंत्रता कानून का मामला आता है तो इस कानून का उपयोग किया जाये। बेटियों को बचाने का अभियान समाज बचाने का अभियान है। मुख्यमंत्री ने भूमाफियाओं के खिलाफ कठोर कार्यवाही करने के निर्देश दिये। उन्होंने भूमाफियाओं के खिलाफ कई जिलों में हुई कड़ी कार्यवाही की सराहना की।

मुख्यमंत्री ने अवैध रेत खनन एवं परिवहन करने वालों के विरूद्ध भी सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिये और कहा कि अवैध रेत या अन्य खनिज का परिवहन करने वाले वाहनों को राजसात किया जाये। मुख्यमंत्री ने कहा कि वाहन जप्त कर उन्हें खड़ा न रखा जाये, अपितु उक्त वाहनों को राजसात कर उसकी नीलामी की जाये और नीलामी राशि शासकीय खजाने में जमा की जाये। चौहान ने गेहूं उपार्जन की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिये कि बाजरे की फसल का पूरा उठाव होना चाहिये।

मुख्यमंत्री ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान जनता एवं प्रदेश के विकास के लिये दें। पूरी क्षमता एवं ईमानदारी से जनता के कल्याण के लिये कार्य करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं अच्छा कार्य करने वालों की पीठ थपथपाता हूं और काम न करने वाले अधिकारियों को पद में नहीं रहने दूंगा। कार्य निष्पक्ष ढंग से किया जायेगा। उन्होंने पत्थरबाजों पर प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश दिये और कहा कि पत्थरबाजी की घटनाओं पर हुई कार्यवाही का व्यापक प्रचार-प्रसार भी किया जाये।
मुख्यमंत्री की वीसी के दौरान उज्जैन संभागायुक्त संदीप यादव, कलेक्टर आशीष सिंह, पुलिस अधीक्षक सत्येन्द्र कुमार शुक्ला, जिला पंचायत सीईओ  अंकित अस्थाना, अपर कलेक्टर अवि प्रसाद सहित सम्बन्धित अधिकारीगण मौजूद थे