RCB Filed Case Against Uber : RCB ने दिल्ली हाई कोर्ट में उबर के खिलाफ दायर किया मुकदमा, IPL 2025 के बीच ट्रेविस हेड के विज्ञापन पर बवाल, जानें पूरा मामला

RCB Filed Case Against Uber में RCB का तर्क है कि उबर, जो SRH का कमर्शियल स्पॉन्सर है, ने उनके ट्रेडमार्क का गलत इस्तेमाल कर उनकी छवि को नुकसान पहुँचाया।

sudhanshu
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RCB Filed Case Against Uber ; Connection with SRH and Australian Batter Travis Head – Here’s What Happened : इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 के रोमांच के बीच रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने एक बड़ा लीगल कदम उठाया है। RCB ने उबर इंडिया के खिलाफ दिल्ली हाई कोर्ट में मुकदमा दायर किया है, जिसमें सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) के खिलाड़ी ट्रेविस हेड से जुड़े एक विज्ञापन पर ट्रेडमार्क के दुरुपयोग और ब्रांड की छवि खराब करने का आरोप लगाया गया है। RCB ने दिल्ली हाई कोर्ट में उबर के खिलाफ दायर किया मुकदमा के तहत यह मामला ‘Baddies in Bengaluru’ नामक उबर मोटो के यूट्यूब विज्ञापन से जुड़ा है, जिसे 1.3 मिलियन से ज्यादा लोग देख चुके हैं। आइए, इस विवाद की पूरी जानकारी सरल भाषा में समझें।

RCB Filed Case Against Uber : विवाद की वजह

RCB Filed Case Against Uber का आधार उबर मोटो का 59 सेकंड का विज्ञापन है, जिसमें ट्रेविस हेड को बेंगलुरु के स्टेडियम में ‘Bengaluru vs Hyderabad’ के साइनबोर्ड पर स्प्रे पेंट से “Royally Challenged Bengaluru” लिखते दिखाया गया है। RCB का कहना है कि यह उनके आधिकारिक नाम ‘Royal Challengers Bengaluru’ और मशहूर नारे ‘Ee Sala Cup Namde’ (इस साल कप हमारा है) का अपमान करता है। RCB की वकील श्वेताश्री मजूमदार ने कोर्ट में कहा, “यह विज्ञापन हमारी ब्रांड वैल्यू को नुकसान पहुँचाता है और ट्रेडमार्क का गलत इस्तेमाल है। ट्रेविस हेड, जो पहले RCB के साथ थे, को ऐसा करने से हमारी फैनबेस में गलत संदेश जाता है।” कोर्ट में जस्टिस सौरभ बनर्जी ने प्रारंभिक तौर पर माना कि विज्ञापन में कुछ बदलाव की जरूरत है और अंतरिम निषेधाज्ञा पर फैसला सुरक्षित रखा।

उबर का पक्ष और कोर्ट की सुनवाई

RCB Filed Case Against Uber में उबर ने अपना बचाव करते हुए कहा कि यह विज्ञापन मजाकिया और रचनात्मक है, जो बेंगलुरु के ट्रैफिक और उबर मोटो की तेज सेवा को हाइलाइट करता है। उबर के वकील ने दलील दी, “विज्ञापन में ‘Royally Challenged’ का मतलब है कि SRH, RCB को 13 मई के मैच में कड़ी चुनौती देगा। यह कॉमर्शियल फ्री स्पीच का हिस्सा है और RCB ने भारतीय दर्शकों के हास्य को कम आँका है।” उन्होंने यह भी कहा कि विज्ञापन में RCB का ट्रेडमार्क सीधे इस्तेमाल नहीं हुआ, बल्कि ‘Bengaluru vs Hyderabad’ एक सामान्य उल्लेख है। जस्टिस बनर्जी ने टिप्पणी की, “यह विज्ञापन पर निर्भर है। अलग-अलग लोग इसे अलग तरह से देख सकते हैं।” कोर्ट ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद फैसला सुरक्षित रखा।

RCB और उबर का पक्ष: क्या है असली मुद्दा?

RCB Filed Case Against Uber में RCB का तर्क है कि उबर, जो SRH का कमर्शियल स्पॉन्सर है, ने उनके ट्रेडमार्क का गलत इस्तेमाल कर उनकी छवि को नुकसान पहुँचाया। RCB के फैंस ने सोशल मीडिया पर इस विज्ञापन को अपमानजनक बताया, जिससे ऑनलाइन मजाक उड़ा। RCB की वकील ने कहा, “हास्य में कोई दिक्कत नहीं, लेकिन हमारी ब्रांड वैल्यू का इस्तेमाल बिना इजाजत नहीं हो सकता।” दूसरी ओर, उबर का कहना है कि यह विज्ञापन सिर्फ हल्का-फुल्का मजाक है, जो IPL के उत्साह को भुनाने के लिए बनाया गया। उबर ने इसे “प्रीपोस्टरस” (बेतुका) करार देते हुए कहा कि RCB को हास्य के साथ जवाब देना चाहिए, न कि मुकदमे से।

क्या होगा इस विवाद का नतीजा?

RCB Filed Case Against Uber ने IPL 2025 के बीच एक नया मोड़ ला दिया है। यह मामला ब्रांडिंग, ट्रेडमार्क, और विज्ञापन की सीमाओं पर सवाल उठाता है। अगर कोर्ट RCB के पक्ष में फैसला देता है, तो उबर को विज्ञापन हटाना पड़ सकता है या उसमें बदलाव करना होगा। वहीं, उबर के पक्ष में फैसला आने पर यह विज्ञापन और ऐसे रचनात्मक कैंपेन को बढ़ावा मिल सकता है। सोशल मीडिया पर फैंस बँटे हुए हैं—कुछ RCB के कदम को सही मान रहे हैं, तो कुछ इसे हास्य का हिस्सा बता रहे हैं। क्या यह विवाद RCB की ब्रांड वैल्यू को और मजबूत करेगा, या उबर का मजाकिया अंदाज जीत हासिल करेगा? कोर्ट का फैसला बताएगा।