भारतीय टीम रविवार को खेले गए फाइनल में न्यूजीलैंड को 4 विकेट से हराकर चैंपियंस ट्रॉफी (Champions Trophy) के इतिहास की सबसे सफल टीम बन चुकी है. चैंपियंस ट्रॉफी 2025 जीतने के बाद भारत तीन बार चैंपियंस ट्रॉफी जीतने वाला पहला देश बन गया है. फाइनल में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उत्तरी न्यूजीलैंड की टीम ने भारत को 252 रनों का लक्ष्य दिया था. जिसे भारतीय टीम (Indian Cricket Team) ने 6 विकेट खोकर हासिल कर लिया था.
चैंपियंस ट्रॉफी जीतने पर भारतीय टीम की प्राइज मनी (Champions Trophy Prize Money) के माध्यम से करोड़ो की कमाई हुई है. टीम को 2.24 मिलियन डॉलर यानी 19 करोड़ 48 लाख मिले है. वहीं भारतीय टीम से फाइनल में हारने के बाद भी न्यूजीलैंड को करोड़ो रुपए की राशि मिली है. उन्हें चैंपियंस ट्रॉफी का रनरअप बनने के बाद 1.12 मिलियन डॉलर यानी 9.74 करोड़ रुपए मिले है.

सेमीफाइनल पहुँची टीमों को भी मिलें करोड़ो रुपए
चैंपियंस ट्रॉफी में विजेता और उपविजेता के साथ सेमीफाइनल तक पहुंचने वाली टीमों को भी अच्छी धनराशि मिलती है. गौरतलब है कि भारत और न्यूजीलैंड के अलावा ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका भी नॉकआउट स्टेज तक पहुंची थी. इन दोनों टीमों को सेमीफाइनल में पहुंचने पर प्राइज मनी के तौर पर 4.87 करोड़ रुपए की राशि मिली है.
हर टीम को मिलते है पैसे
चैंपियंस ट्रॉफी में नॉकआउट स्टेज तक पहुंचने वाली टीमें ही नहीं बल्कि सभी टीमों को पैसे मिलते है. इस टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में ना पहुंचने के बाद भी बाकी चारों टीमों को भी सम्मानजनक धनराशि मिली है. पांचवें और छठे स्थान पर रही अफगानिस्तान और बांग्लादेश को 3-3 करोड़ रुपए मिले है. जबकि सातवें और आठवें स्थान पर रहने की वजह से पाकिस्तान और इंग्लैंड को मात्र 1.22 करोड़ रुपए ही मिले है.