Champions Trophy 2025: पहली बार भारत को मैच हारने का होगा फायदा, फाइनल में पहुंचना हो जायेगा आसान

भारत और न्यूजीलैंड के बीच चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का आखिरी ग्रुप मैच होगा, जिसमें जीतने वाली टीम ग्रुप में शीर्ष स्थान हासिल करेगी। हालांकि, भारत यदि यह मैच हारता है तो उसे नुकसान की बजाय फायदा हो सकता है, क्योंकि इससे उसका सेमीफाइनल मुकाबला दक्षिण अफ्रीका से होगा, जिसके खिलाफ उसका रिकॉर्ड शानदार रहा है।

आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के ग्रुप स्टेज का अंतिम मुकाबला भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेला जाएगा। यह मैच दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में होगा और हालांकि दोनों टीमें पहले ही सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई कर चुकी हैं, लेकिन मुकाबला अहम रहेगा। इस मैच की विजेता टीम ग्रुप में शीर्ष स्थान हासिल करेगी, जिससे उसे सेमीफाइनल में मनचाहा विरोधी मिल सकता है। ऐसे में दोनों टीमों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी।

हालांकि, यदि भारत यह मैच हार भी जाता है, तो उसे किसी तरह का नुकसान नहीं होगा, बल्कि रणनीतिक रूप से लाभ ही मिलेगा। दरअसल, इस मुकाबले की विजेता टीम सेमीफाइनल में ग्रुप बी की दूसरे स्थान पर रहने वाली टीम से भिड़ेगी, जो इस समय ऑस्ट्रेलिया है। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चैंपियंस ट्रॉफी में अब तक चार मुकाबले हो चुके हैं, जिनमें भारत ने दो बार जीत दर्ज की है, एक बार हार का सामना करना पड़ा, जबकि एक मैच बिना किसी नतीजे के समाप्त हुआ।

अगर भारत न्यूजीलैंड के खिलाफ यह मुकाबला हार जाता है, तो सेमीफाइनल में उसका सामना ग्रुप बी की शीर्ष टीम दक्षिण अफ्रीका से होगा। चैंपियंस ट्रॉफी में भारत का दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ रिकॉर्ड बेहद शानदार रहा है। अब तक दोनों टीमों के बीच खेले गए चारों मुकाबलों में भारत को जीत मिली है। ऐसे में अगर सेमीफाइनल में भारत का सामना दक्षिण अफ्रीका से होता है, तो फाइनल तक पहुंचने की उसकी राह अपेक्षाकृत आसान मानी जा सकती है।

Champions Trophy 2025: पहली बार भारत को मैच हारने का होगा फायदा, फाइनल में पहुंचना हो जायेगा आसान

भारत ने अब तक चैंपियंस ट्रॉफी में कुल 31 मुकाबले खेले हैं, जिनमें से 20 में उसे जीत मिली है, जबकि 8 में हार का सामना करना पड़ा है। वहीं, 3 मैच बिना नतीजे के समाप्त हुए हैं। यह किसी भी टीम द्वारा दर्ज की गई सबसे अधिक जीत का रिकॉर्ड है। इस टूर्नामेंट में भारत अब तक 10 अलग-अलग टीमों के खिलाफ खेल चुका है, जिनमें से पांच टीमें—दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, केन्या, बांग्लादेश और जिम्बाब्वे—ऐसी हैं, जिनके खिलाफ भारत को अब तक एक भी हार नहीं मिली है।