हाल ही में संपन्न हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस का प्रदर्शन बेहद खराब रहा। यहां तक कि देश के सबसे बड़े राज्य उत्तरप्रदेश जिसमें 403 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव हुए थे। वहां कांग्रेस को महज 2 सीटें मिली हैं। अन्य राज्यों में भी कांग्रेस का हाल ऐसा ही रहा।
आज यानी रविवार को कांग्रेस वर्किंग कमेटी (Congress Working Committee CWC) की बैठक हुई। कयास लगाए जा रहे थे कि इतने शर्मनाक प्रदर्शन के बाद कांग्रेस संगठन में कोई बड़ा बदलाव कर सकती हैं। जानकारों का कहना था कि कांग्रेस को इस बैठक में नया अध्यक्ष मिल सकता हैं।
लेकिन इस बैठक में ऐसा कुछ नहीं हुआ। कांग्रेस(Congress) की कमान एक बार फिर सोनिया गांधी(Sonia Gandhi) को सौंप दी गई। हालांकि इस बैठक में सोनिया गाँधी(Sonia Gandhi) ने कहा कि अगर हमारी वजह से कांग्रेस की छवि खराब हो रही हैं तो हम कोई भी त्याग करने के लिए तैयार हैं। लेकिन वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के अलावा सभी पार्टी कार्यकर्ताओं ने भी सोनिया गाँधी को ही अंतरिम अध्यक्षा चुना हैं।
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हालांकि सूत्रों के हवाले से खबर हैं कि इस दौरान राहुल गाँधी को भी दुबारा कांग्रेस की कमान देने के बारे में बातें हुई। लेकिन कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि कांग्रेस के अध्यक्ष का चुनाव 20 अगस्त 2022 को ही हो पायेगा।
CWC की इस बैठक के बाद कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी कहा हैं कि सोनिया गांधी ही कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष बनी रहेगी और सारे निर्णय उनके हाथों में ही रहेंगे। उन्होंने कहा कि हम सभी उनके नेतृत्व पर भरोसा करते है।
CWC की बैठक में निर्णय लिया गया हैं कि पांच राज्यों में हार के कारणों का पता लगाने हेतु अप्रैल महीने में चिंतन शिविर का आयोजन किया जाएगा। कहा गया कि कांग्रेस को फिर से मजबूत करना होगा। इसी के साथ वहां मौजूद हरीश चौधरी ने पंजाब में सब कुछ ठीक होने के बावजूद भी मिली करारी हार की जिम्मेदारी स्वीकारी। चौधरी ने कहा कि पंजाब में कांग्रेस को मिले निराशाजनक नतीजों की मैं नैतिक जिम्मेदारी लेता हूं। उन्होंने कहा कि अगली बार फिर से बेहतरीन रणनीति बनाकर मैदान में उतरेंगे।