पेरिस ओलंपिक 2024 में भाला फेंक स्पर्धा में अरशद नदीम ने 92.97 मीटर भाला फेंककर स्वर्ण पदक जीता। इस जीत के साथ ही अरशद नदीम ने इस खेल में नया ओलंपिक चैंपियन बनने का गौरव प्राप्त किया। उनकी इस शानदार उपलब्धि ने न केवल पाकिस्तान का नाम रोशन किया, बल्कि उन्हें खेल की दुनिया में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया।
स्वर्ण पदक जीतने के बाद अरशद नदीम पाकिस्तान लौटे, जहाँ उनका भव्य स्वागत किया गया। उनके गृहनगर में उनके लिए एक शानदार स्वागत समारोह आयोजित किया गया, जिसमें उनके प्रशंसकों और परिवार के सदस्यों ने उन्हें गर्मजोशी से सम्मानित किया।
अरशद के ससुराल वालों द्वारा भैंस गिफ्ट करने की अनूठी परंपरा
अरशद नदीम के ससुराल वालों ने उन्हें स्वर्ण पदक जीतने पर विशेष तोहफा दिया – एक भैंस। यह तोहफा पाकिस्तान की ग्रामीण परंपरा के अनुसार बहुत सम्मानजनक और मूल्यवान माना जाता है। अरशद के ससुर ने बताया कि उनके गांव में उपहार के रूप में भैंस देना एक महत्वपूर्ण परंपरा है और यह सम्मान का प्रतीक है।
अरशद नदीम के चाचा ने इस परंपरा की पृष्ठभूमि पर प्रकाश डाला और बताया कि भैंस देने का निर्णय गांव की परंपराओं और सम्मान को ध्यान में रखकर लिया गया। उन्होंने यह भी बताया कि अरशद ने अपनी सफलता के बावजूद अपनी जड़ों से जुड़े रहना पसंद किया और अभी भी अपने माता-पिता और भाइयों के साथ रहते हैं।
अरशद के ससुर ने यह भी साझा किया कि उनकी छोटी बेटी आयशा की शादी अरशद से हुई है। शादी के समय अरशद एक छोटी-मोटी नौकरी कर रहे थे, लेकिन उन्होंने भाला फेंकने के खेल के प्रति अपनी गहरी रुचि और समर्पण को कभी कम नहीं किया। खेतों में काम करते समय उन्होंने भाला फेंकने का अभ्यास किया, जो अंततः उनके ओलंपिक स्वर्ण पदक जीतने का रास्ता बना।
भारत के नीरज चोपड़ा का दूसरा स्थान
अरशद नदीम की सफलता के साथ ही इस खेल में भारत के नीरज चोपड़ा ने भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया और दूसरे स्थान पर रहे। नीरज की मेहनत और प्रदर्शन ने भी खेल के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाया।