मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के निर्देशों के अनुपालन में 16 दिसंबर 2021 को सम्पूर्ण इंदौर जिले में कोविड टीकाकरण के लिए महाअभियान का आयोजन किया जा रहा है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.एस. सैत्या ने बताया कि वर्तमान में प्रदेश के सभी जिलों में यह देखने में आ रहा है कि कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में तेजी आई है। ऐसे समय कोरोना के टीके के द्वितीय डोज को लेकर की गई लापरवाही भारी पड़ सकती है।
उन्होंने बताया कि दूसरे डोज लगवाने में लोगों को हो रही सामान्य बाधाएं यह है कि पहला टीका लगवा लिया, लेकिन दूसरा भूल – गए, पहले डोज में बुखार आया और तबीयत खराब हुई इसलिए दूसरा टीका नहीं लगवाना, मेसेज नहीं आया, अब कोरोना खत्म हो गया, इसलिए दूसरा डोज लगवाने की क्या जरूरत है, एक ही टीका काफी है। उन्होंने कहा कि हम आमजनता से जनहित में यह अपील करते हैं कि -“यह एक अत्यंत संक्रामक और जानलेवा वायरस से सुरक्षा का सवाल है, प्रभावी सुरक्षा के लिए दोनों डोज लगवाना जरूरी है, यदि द्वितीय डोज की दिनांक निकल गई है तो भी तत्काल दूसरा डोज लगवाएं।
बुखार आदि सामान्य मामूली प्रभाव है, थोड़ी से असुविधा तो है, परन्तु इसके बदले प्रभावी सुरक्षा कोरोना संक्रमण से मिलेगी। मेसेज किसी कारण से नहीं आया है तो पहले टीके की डोज पर ही दूसरे टीके की तारीख भी लिख लें, दो डोज के बीच में अंतर, चिकित्सकीय परामर्श तथ्य व विषय में जानकारी ले सकते हैं।”उन्होंने कहा कि कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ, कई देशों में संक्रमण की तीसरी लहर भी आ चुकी है।
वर्तमान में हमारे देश व प्रदेश में दूसरी लहर का प्रबंधन किया जा चुका है, लेकिन तीसरी लहर की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है। अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए दूसरा डोज भी निर्धारित समय पर लगवाना आवश्यक है। समझदारी इसी में है कि बीमारी का उपचार कराने या बीमार होने की अपेक्षा, बीमार न होने का उपाय करें अर्थात टीके की दोनों डोज अवश्य लगवाएं।
उन्होंने बताया कि इंदौर में शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में 400 से अधिक केन्द्रों पर टीकाकरण सत्र आयोजित किए जाएंगे। इसमें विभिन्न राजनैतिक, सामाजिक, व्यापारिक संगठनों के साथ-साथ महिला एवं बाल विकास, शिक्षा, खाद्य, राजस्व, बैंक आदि विभागों एवं एनजीओ का सहयोग भी लिया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों में आशा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता तथा बीएलओ के माध्यम से जनता को टीकाकरण के लिए प्रेरित किया जाएगा। इस हेतु इंदौर में 16 दिसम्बर को एक लाख से अधिक लोगों को टीकाकृत करने का लक्ष्य रखा गया है। दूरस्थ क्षेत्रों में 80 से अधिक मोबाईल टीमों के माध्यम से टीकाकरण किया जाएगा।