
Shodashpanchak Rajyog : वैदिक ज्योतिष शास्त्र में शनि ग्रह को न्याय का देवता माना जाता है। शनि व्यक्ति को उसके कर्मों के अनुसार फल देते हैं। इस समय शनि ग्रह वक्री गति में चल रहे हैं और कुंभ राशि में लौटकर 24 जुलाई को गुरु के साथ मिलकर एक अत्यंत शुभ और दुर्लभ राजयोग का निर्माण करने वाले हैं।
षोडशपंचाक राजयोग का निर्माण

वक्री शनि कुंभ राशि में लौटकर गुरु के साथ षोडशपंचाक राजयोग का निर्माण करने वाले हैं। यह योग कुछ राशियों के लिए समृद्धि, तरक्की और सफलता के द्वार खोलने वाला साबित हो सकता है। नौकरी, व्यापार, निवेश और पारिवारिक जीवन में बड़ी राहत मिलने के साथ ही कई राशि के जातकों को खुशखबरी मिलने के संकेत मिल रहे हैं।
बता दे कि यह राजयोग तब बनता है, जब शनि और गुरु एक विशेष कोण पर आते हैं और दोनों ग्रहों की शक्तियां एक दूसरे को मजबूती देती है। यह संयोग दुर्लभ होता है और इसका प्रभाव दीर्घकालिक होता है। इस बार यह योग वक्री शनि की स्थिति से बन रहा है, जो इसे और भी ज्यादा प्रभावशाली बना रहा है।
तीन राशियों पर इसके शुभ प्रभाव
जिन तीन राशियों पर इसके शुभ प्रभाव नजर आने वाले हैं। उनमें
मेष राशि के लोगों के लिए साढ़ेसाती के दोष से उन्हें राहत मिलेगी। शनि की वक्री चाल से उनके जीवन में आर्थिक और मानसिक तनाव कम होंगे। विदेश से संबंधित मामलों में लाभ होगा। रुके हुए कार्य में गति आएगी। परिवार में सौहार्द्र और सहयोग का माहौल रहेगा।
तुला राशि की लंबे समय से चली आ रही बाधाएं दूर होगी। नई नौकरी में प्रमोशन के अवसर बन सकते हैं। शत्रु पक्ष कमजोर होगा। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। आर्थिक रूप से मजबूती मिलेगी। धन के नए स्रोत निर्मित होंगे। अचानक कोई शुभ समाचार मिल सकता हैं।
कुंभ राशि के लोगों को शनि की खुद की राशि में स्थिति बेहतर होने का लाभ मिलेगा। जीवन में स्थिरता सफलता और मान सम्मान में वृद्धि होगी। जीवनसाथी के स्वास्थ्य में सुधार होगा। वैवाहिक सुख में इजाफा होगा। कार्यक्षेत्र में पहचान मजबूत होगी। प्रमोशन या बोनस के योग है।
Note : यह आलेख सामान्य जानकारी पर आधारित है। हम इसकी पुष्टि नहीं करते हैं।