Rajyog 2025 : वैदिक ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों के राशि परिवर्तन का बेहद महत्व दिया गया है। ग्रहों के सेनापति मंगल माने जाते हैं। सेनापति इस समय मिथुन राशि में विराजमान है। हालांकि जल्दी उनका राशि परिवर्तन होने वाला है और वह कर्क राशि में चले जाएंगे।
मंगल को लाल ग्रह की संख्या दी गई है। इसके साथ ही उन्हें साहस, ऊर्जा, शक्ति पराक्रम और भूमि का भी कारक माना जाता है। ऐसे में मंगल की स्थिति का बदलाव सभी राशियों पर देखने को मिलता है। 3 अप्रैल को मंगल राशि परिवर्तन कर्क राशि में प्रवेश करने वाले हैं। अभी वह मिथुन राशि में बैठे हैं।

महालक्ष्मी योग का भी निर्माण
मंगल की स्थिति में बदलाव होते ही देश दुनिया पर इसका असर दिखेगा। मंगल इस राशि में जून महीने तक रहेंगे।मंगल की किसी न किसी ग्रह के साथ युति होगी और चंद्रमा के साथ ही उनकी युति से महालक्ष्मी योग का भी निर्माण होगा। 5 अप्रैल को चंद्रमा कर्क राशि में प्रवेश करेंगे। जिससे मंगल और चंद्र की युति से महालक्ष्मी योग निर्मित होने वाला है।
इस योग के बनने से कुछ राशियों के जीवन में जहां अस्थिरता देखी जाएगी। वहीं कुछ राशियों के जीवन में खुशियां ही खुशियां रहने वाली है। वैदिक पंचांग के अनुसार 3 अप्रैल को सुबह ग्रहों के सेनापति मंगल 1:56 पर कर्क राशि में प्रवेश करेंगे। वही चंद्रमा 5 अप्रैल को रात 11:24 पर कर्क राशि में प्रवेश करेंगे और 8 अप्रैल तक इसी में रहेंगे। करीब 54 घंटे के लिए महालक्ष्मी योग का निर्माण होगा। इससे कई राशियों के किस्मत में महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिलने वाले हैं।
इन राशियों को लाभ
जिन राशियों को इसका लाभ मिलने वाला है। उसमें कन्या के अलावा तुला और मकर राशि शामिल है।
तुला राशि के जातकों के लिए मंगल और चंद्रमा का महालक्ष्मी योग बना बेहद लाभकारी साबित होगा। राशि के दसवें भाव में बनने वाले इस योग से कैरियर में सफलता मिलेगी। वेतन वृद्धि के साथ प्रमोशन के आसार बनते नजर आ रहे हैं। नौकरी पाने के लिए यह समय अच्छा है।उच्च अधिकारी का पूरा साथ मिलेगा। भावात्मक रूप से आप ज्यादा सक्रिय रहेंगे। इसके साथ ही मां लक्ष्मी की कृपा से धन ऐश्वर्य और संपत्ति की प्राप्ति होगी।
कन्या राशि के लग्न भाव में महालक्ष्मी योग का निर्माण हो रहा है। ऐसे में इस राशि के जातकों के लिए हर क्षेत्र में अपार सफलता के आसार होंगे। तीसरे और आठवें भाव के स्वामी होकर मंगल लाभ भाव में गोचर करेंगे। इसके साथ ही अप्रत्याशित धन लाभ के साथ ही रुकी हुई उपलब्धि मिल सकती है। करियर के क्षेत्र में लाभ मिलेगा। व्यापार में खूब मुनाफा होगा। आर्थिक इच्छा पूरी होगी। अधिकारी आपके काम से संतुष्ट रहेंगे। मान सम्मान की प्राप्ति होगी।
मकर राशि के लिए सप्तम भाव में चंद्रमा और मंगल की युति से महालक्ष्मी योग का निर्माण हो रहा है। इस भाव को विवाह साझेदारी और जीवनसाथी का भाव माना जाता है। ऐसे में हर क्षेत्र में सफलता हासिल करेंगे। विवाहितों के लिए पार्टनर आपके काम में आपकी मदद करेंगे। अविवाहित लोगों को शादी के प्रस्ताव मिल सकते हैं। जीवनसाथी के साथ चल रही समस्या समाप्त होगी। कार्यस्थल पर आपके कार्य की प्रशंसा होगी। आपका पार्टनर आपके अच्छे समय और बुरे समय दोनों में आपके साथ खड़े रहेगा। परिवार के साथ अच्छा समय व्यतीत करेंगे।
Note : इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है। ज्योतिषीय पंचांग और धर्म ग्रंथो से संग्रहित किया जानकारी आप तक पहुंचाई गई है। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचना है। किसी भी तरह के उपयोग मिलने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।