क्या आप भी रहते हैं सोशल मीडिया पर एक्टिव? तो इन ग्रहों से रहे सावधान, बन सकते हैं परेशानी का कारण

शनि, राहु और केतु जैसे ग्रहों का प्रभाव व्यक्ति की प्रसिद्धि और बदनामी पर गहरा असर डाल सकता है। शनि के कठोर दंड, कर्मों के अनुसार फल देने की प्रकृति, और राहु-केतु के अचानक घटनाओं को उत्पन्न करने वाले प्रभाव से बदनामी हो सकती है। इन ग्रहों से बचने के लिए उचित पूजा और अनुशासन की आवश्यकता है।

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हम सभी की चाहत होती है कि हम प्रसिद्ध हों, लेकिन कभी-कभी यह चाहत उलटी भी पड़ सकती है। कुंडली में बैठे ग्रहों के कारण व्यक्ति की साख को नुकसान पहुँच सकता है, और यही नुकसान बदनामी का कारण भी बन सकता है। जिन ग्रहों का प्रभाव हमारी जिंदगी पर इतना गहरा होता है, वे हमारी प्रसिद्धि और बदनामी दोनों में अहम भूमिका निभाते हैं।

आइए जानते हैं कि ये ग्रह कौन से हैं और कैसे ये आपकी बदनामी का कारण बन सकते हैं।

शनि देव का प्रभाव

शनि देव का नाम सुनते ही लोग अक्सर डर जाते हैं। शनि किसी को माफ नहीं करते और जब वे किसी को सजा देते हैं, तो जीवन में परेशानियों का अंबार लग जाता है। एक समस्या समाप्त होती है, तो दूसरी खड़ी हो जाती है। हालांकि, शनि हमेशा बुरा नहीं करते, वे कर्मों के आधार पर फल देते हैं। शनि को कर्मफलदाता भी कहा जाता है, यानी जैसा कर्म होगा, वैसा फल मिलेगा। अगर शनि की नजर से बचना है, तो उन्हें प्रसन्न रखना चाहिए और बुरे कर्मों से बचना चाहिए।

शनि को नाराज करने वाले कर्म

शनि नियम और अनुशासन के साथ-साथ परिश्रम को भी महत्व देते हैं। यदि कोई व्यक्ति मेहनत-मजदूरी करने वालों के साथ दुर्व्यवहार करता है या महिलाओं का अपमान करता है, तो शनि उसे कभी माफ नहीं करते। इसके अलावा, शनि की महादशा, अंतर्दशा, साढ़ेसाती और ढैय्या के दौरान वे कठोर दंड भी दे सकते हैं। शनि को प्रसन्न करने के लिए शनिवार को शनि मंदिर में दर्शन करना और शनि चालीसा का पाठ करना फायदेमंद हो सकता है।

राहु और केतु का प्रभाव

ज्योतिष में राहु और केतु को पाप ग्रह माना जाता है। ये छाया ग्रह होते हैं और इनका कोई अस्तित्व नहीं होता। ये ग्रह जहां बैठते हैं, वहां के फलों में वृद्धि कर देते हैं। राहु और केतु की वजह से कई लोग अचानक सुर्खियों में आ जाते हैं, विशेष रूप से सोशल मीडिया पर। अगर कोई व्यक्ति रातों-रात मशहूर हो जाता है, तो इसके पीछे इन ग्रहों का बड़ा हाथ हो सकता है। ये ग्रह जीवन में अचानक घटनाओं का कारण बन सकते हैं।

राहु-केतु का अशुभ प्रभाव

जब राहु और केतु कुंडली में अशुभ होते हैं, तो ये व्यक्ति की वाणी को खराब कर सकते हैं, जिसके परिणामस्वरूप बदनामी हो सकती है। इसके अलावा, ये नशे की लत, खराब संगत और सामाजिक प्रतिष्ठा को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसलिए इन ग्रहों को मजबूत बनाए रखना जरूरी है। भगवान शिव की पूजा करने से राहु और केतु के अशुभ प्रभावों से बचा जा सकता है।