हिंदू पंचांग के अनुसार, सावन मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को हर वर्ष नाग पंचमी का पर्व श्रद्धा और आस्था से मनाया जाता है। यह दिन नाग देवता और भगवान शिव की उपासना का अत्यंत शुभ समय माना गया है।
धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस दिन विशेष पूजन विधि से शिवलिंग पर कुछ पवित्र वस्तुएं अर्पित करने से कालसर्प दोष जैसे ग्रहदोषों से मुक्ति मिलती है और साथ ही जीवन में समृद्धि और शांति आती है। इस अवसर पर यदि पूजा नियमपूर्वक की जाए तो व्यक्ति को महामृत्युंजय शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
नाग पंचमी पर शिवलिंग पर क्या अर्पित करें? जानिए शुभ वस्तुएं
शहद से मिलेगा स्वास्थ्य और सफलता का वरदान
नाग पंचमी के दिन शिवलिंग पर शहद चढ़ाना अत्यंत शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इससे न केवल स्वास्थ्य संबंधी परेशानियाँ दूर होती हैं, बल्कि विद्यार्थी वर्ग को परीक्षा में सफलता और कार्यक्षेत्र में पहचान भी मिलती है। शहद महादेव को प्रिय है और इसे अर्पित करने से धन लाभ के योग भी बनते हैं।
कच्चा दूध, कालसर्प दोष से मुक्ति का उपाय
यदि आपकी कुंडली में कालसर्प दोष है, तो इस दिन ब्राह्म मुहूर्त में शिवलिंग पर कच्चा दूध चढ़ाना अत्यंत लाभकारी माना गया है। इससे कार्यों में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं और करियर में प्रगति मिलती है।
शिव को प्रसन्न करने का सरल उपाय
धतूरा भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है। नाग पंचमी पर शिवलिंग पर धतूरा अर्पित करने से आर्थिक संकट समाप्त होते हैं और मनोकामनाओं की पूर्ति होती है।
बेलपत्र
बेलपत्र भगवान शिव को समर्पित करने से धन की कमी और मानसिक अशांति दूर होती है। नाग पंचमी के दिन बेलपत्र अर्पित करने से शिवजी शीघ्र प्रसन्न होते हैं और परिवारिक जीवन में संतुलन आता है।
अक्षत और चंदन
इस दिन शिवलिंग पर अक्षत (साबुत चावल), चंदन और फूल अर्पित करना भी पुण्यदायक होता है। शिवजी को चंदन से त्रिपुंड लगाकर पूजन करने से उनकी विशेष कृपा बनी रहती है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है।
काले तिल से करें अभिषेक, दूर होगा दोष
नाग पंचमी के दिन पानी में काले तिल मिलाकर शिवलिंग का अभिषेक करना विशेष रूप से फलदायक होता है। ऐसा करने से कालसर्प दोष का प्रभाव शांत होता है और जीवन में आने वाली रुकावटें दूर होती हैं।
कालसर्प दोष से मुक्ति के अन्य प्रभावी उपाय
- महामृत्युंजय मंत्र का जाप : नाग पंचमी के दिन शिवलिंग के समक्ष बैठकर “ॐ त्र्यंबकम् यजामहे…” महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से ग्रहों की पीड़ा शांत होती है।
- नदी में नाग-नागिन का जोड़ा प्रवाहित करें : चांदी या तांबे से बना नाग-नागिन का जोड़ा किसी पवित्र नदी में प्रवाहित करने से कालसर्प दोष में राहत मिलती है।
- पीपल की पूजा करें : नाग पंचमी पर पीपल के पेड़ में जल अर्पित करें और सात बार उसकी परिक्रमा करें। यह उपाय शनिदोष और नाग दोष दोनों को शांत करता है।
- दान करें काले वस्त्र या कंबल : इस दिन जरूरतमंदों को काला कंबल, तिल या लोहे से बनी वस्तु का दान करने से जीवन में अज्ञात बाधाएं समाप्त होती हैं और भाग्य का साथ मिलता है।
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