अगर वैवाहिक जीवन में चल रही है तकरार, तो अपनाएं ये ज्योतिषीय उपाय

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By Swati BisenPublished On: July 24, 2025
astrological remedies

दांपत्य जीवन, जहां प्रेम, विश्वास और समझदारी की नींव पर टिका होता है, वहीं कई बार आपसी मतभेद और टकराव से संबंधों में दरार आ जाती है। ऐसी स्थिति में जहां एक ओर संवाद और एक-दूसरे की भावनाओं का सम्मान जरूरी होता है, वहीं दूसरी ओर ज्योतिष और आध्यात्मिक उपाय भी रिश्तों को बेहतर बनाने में सहायता कर सकते हैं। खासतौर पर ऐसे समय में जब पति-पत्नी के बीच में बार-बार झगड़े हों या भावनात्मक दूरी बढ़ रही हो।

जब पति हो गुस्सैल और अपमानजनक व्यवहार करे

यदि किसी स्त्री का पति अत्यधिक क्रोधित स्वभाव का हो, उसकी बातों को महत्व न देता हो या उसे अपमानित करता हो, तो एक विशेष उपाय बहुत लाभकारी हो सकता है। शनिवार के दिन महिला को अपने दाहिने हाथ में 21 लौंग लेकर, 21 बार पति का नाम लेकर लौंगों पर उसका उच्चारण करना चाहिए। इसके बाद इन लौंगों को घर के मंदिर में रख दें और अगली सुबह रविवार को, कपूर के साथ इन लौंगों को जलाएं।

इस प्रक्रिया को लगातार आठ शनिवार तक बिना किसी रुकावट के करें। यदि वांछित परिणाम न मिले, तो इस उपाय को तीन बार दोहराया जा सकता है। माना जाता है कि इससे पति का व्यवहार बदलने लगता है और वह पत्नी की ओर आकर्षित होता है।

जब रिश्ते में बढ़े दूरियां, तो करें यह शहद उपाय

पति-पत्नी के बीच प्रेम को फिर से जागृत करने के लिए एक सरल लेकिन प्रभावशाली उपाय यह है कि एक कांच की शीशी लें और उसमें शुद्ध शहद भरें। अब पति-पत्नी की एक प्रेममयी तस्वीर लें और उसे कलावे (मौली) से सात बार लपेटकर उस शीशी में इस तरह रखें कि तस्वीर पूरी तरह शहद में डूब जाए। इस शीशी को अपने घर के मंदिर में किसी पवित्र स्थान पर रखें। यह उपाय रिश्तों में मधुरता लाने और कटुता दूर करने के लिए अत्यंत कारगर माना गया है।

मंत्र जाप से मिलेगा मानसिक शांति और आपसी जुड़ाव

मंत्रों की शक्ति मानसिक संतुलन और ऊर्जा को स्थिर करने में बेहद सहायक होती है। पति-पत्नी को नियमित रूप से “ॐ नमः शिवाय” या “ॐ क्लीं कृष्णाय नमः” जैसे प्रेम और सौहार्द के मंत्रों का जाप करना चाहिए। इन मंत्रों का प्रभाव मानसिक तनाव को कम करता है और आपसी लगाव को गहरा करता है।

दांपत्य जीवन को सुखमय और संतुलित बनाने के लिए गुरुवार के विशेष उपाय

दांपत्य जीवन को सुखमय और संतुलित बनाने के लिए कुछ धार्मिक उपायों को हर गुरुवार नियमित रूप से अपनाया जा सकता है। पति-पत्नी को एक साथ राम और सीता के मंदिर जाकर पूजा करनी चाहिए और प्रसाद अर्पित करना चाहिए। इससे उनके रिश्ते में स्थायित्व और समर्पण की भावना मजबूत होती है।

साथ ही, गुरुवार के दिन तुलसी के पौधे में हल्दी मिलाकर जल चढ़ाना भी शुभ फलदायी होता है। यह उपाय न केवल रिश्तों में मिठास बढ़ाता है बल्कि घर के वातावरण में भी सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह करता है।

Disclaimer : यहां दी गई सारी जानकारी केवल सामान्य सूचना पर आधारित है। किसी भी सूचना के सत्य और सटीक होने का दावा Ghamasan.com नहीं करता।