प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम भूमि पूजन के लिए अयोध्या पहुंच चुके हैं। उन्होंने अयोध्या पहुंचकर भूमि पूजन स्थल पर पारंपरिक तरीके से पूजा पाठ किया। साथ ही उन्होंने रामलला के दर्शन से पहले हनुमानगढ़ी मंदिर में पूजा करने की आस्था जताई। आपको बता दे, हनुमानगढ़ी मंदिर के प्रमुख पुजारी श्री गद्दीनशीन प्रेमदास महाराज इस दौरान पीएम मोदी को पगड़ी के साथ पारंपरिक तरीके से चांदी का मुकुट और स्टोल पहनाया। उसके बाद पीएम मोदी ने हनुमान जी की प्रतिमा के सामने शीश नवाया। वहीं इस दौरान पीएम मोदी ने कोरोना को देखते हुए मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन किया।
आपको बता दे, हनुमानगढ़ी में हनुमानजी का विशाल मंदिर है। ऐसा माना जाता है कि अयोध्या में सबसे पहले इस मंदिर में जाकर हनुमान जी का आशीर्वाद लेने के साथ दर्शन करना चाहिए उसके बाद ही दूसरे मंदिर जाए चाहिए। इसलिए पीएम मोदी ने सबसे पहले इस हनुमान मंदिर में जाकर शीश नवाया है। जानकारी के मुताबिक, मान्यता है कि सबसे पहले हनुमानगढ़ी मंदिर के दर्शन करने के पीछे राम दुआरे तुम रखवारे, होत न आज्ञा बिनु पैसारे… वाले मान्यता दिखती है।
इसका मतलब है कि हनुमान जी के आशीर्वाद लिए बिना रामजी का आशीर्वाद नहीं मिलता है। यहां दर्शन करने के बाद पीएम मोदी राम भूमि स्थल पहुंचे और उन्होंने राम लला के सामने साष्टांग प्रणाम भी किया। जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है। इसी के अलावा पीएम मोदी ने वहां पर पारिजात का पौधा भी लगाया। साथ ही उन्होंने सभी धार्मिक अनुष्ठान पूरे किए और राम मंदिर में आधारशिला रखी।
जानकारी के मुताबिक, पूजा के दौरान 9 शिलाओं का अनुष्ठान किया गया, इसके अलावा भगवान राम की कुलदेवी काली माता की भी पूजी की गई। पूजा करने वाले संत ने बताया कि देश और दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से शिलाएं लाई गई हैं, जिनपर श्रीराम का नाम लिखा है। आपको बता दे, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट ने राम मंदिर की सीमा तय कर रखी है और 2024 के पहले अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा।