इंदौर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 11 अक्टूबर को इंदौर और उज्जैन दौरा है। यात्रा मार्ग के तहत उज्जैन से इंदौर के लगभग 50 किलोमीटर मार्ग पर रोशनी की जाएगी। इसके लिए पूरे मार्ग पर बिजली लाइनों का इंतजाम किया गया है, इसके लिए इंदौर और उज्जैन जिलों में लगभग 600 पोल भी लगाए गए हैं। पूरा कार्य सामान्य समय 15 दिनों की बजाए मात्र 5 दिनों में किया गया है।
मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर के प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दौरे के लिए राज्य शासन के निर्देश पर कंपनी द्वारा भी प्रभावी तैयारी की गई है। इसी के तहत नगरीय सीमा में जरूरी कार्यों के अलावा उज्जैन-इंदौर मार्ग पर रोशनी के लिए बिजली का पर्याप्त इंतजाम किया गया है।
इसके लिए इंदौर जिले की सीमा में लगभग 400 और उज्जैन जिले की सीमा में 200 पोल लगाए गए है। इन पोल पर स्थानीय प्रशासन, स्थानीय निकायों की मदद से लाइटें लगाई जा रही है। लाइटों की टेस्टिंग का कार्य भी प्रारंभ हो चुका है। तोमर ने बताया कि करीब 50 किलोमीटर मार्ग को विद्युतीकृत करने के लिए बिजली कंपनी के इंदौर ग्रामीण अधीक्षण यंत्री डी.एन. शर्मा, कार्यपालन यंत्री अभिषेक रंजन, उज्जैन के अधीक्षण यंत्री आशीष आचार्य, कार्यपालन यंत्री अमरेश सेठ समेत लगभग 200 कर्मचारियों ने अथक परिश्रम किया।
पोल लगाने, बिजली लाइन का कार्य अनुमानित 15 दिनों की बजाए मात्र पांच दिनों में किया गया। बारिश के दौरान भी कार्य समर्पित भाव से किया गया। तोमर ने बताया कि प्रधानमंत्री के दौरे के दौरान बिजली कर्मचारियों, अधिकारियों की विशेष ड्यूटी भी मार्ग के लिए लगाई जा रही है।