विश्व हाथ धुलाई दिवस के अवसर पर इंदौर नगर निगम ने ‘साफ हाथ – सेहत का साथ’ थीम के तहत एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया। शहर की आर्थिक रूप से कमजोर बस्तियों को केंद्र में रखते हुए यह आयोजन रघुनंदन बाग में किया गया, जिसमें निगमायुक्त दिलीप कुमार यादव सहित नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
सिखाई ‘सुमन-के’ पद्धति से सही हाथ धुलाई
कार्यक्रम के दौरान यूनिसेफ के विशेषज्ञों ने प्रतिभागियों को ‘सुमन-के (SUMAN-K)’ पद्धति के माध्यम से हाथ धोने की सही विधि के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने लोगों को दिन के पांच प्रमुख अवसरों पर हाथ धोने की आदत अपनाने की सलाह दी — भोजन करने से पहले, भोजन बनाने से पहले, शौच के बाद, कचरा छूने के बाद और बच्चों की देखभाल के बाद। इस मौके पर उपस्थित बच्चों ने हाथ धोने के सही चरणों का प्रायोगिक प्रदर्शन भी किया।
साफ हाथ, सुरक्षित जीवन, निगमायुक्त ने दिया संदेश
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए निगमायुक्त दिलीप कुमार यादव ने कहा कि स्वच्छता और स्वास्थ्य एक-दूसरे के अभिन्न अंग हैं। उन्होंने यह 강조 किया कि यदि नागरिक नियमित रूप से और सही तरीके से हाथ धोने की आदत अपनाएं, तो शहर न केवल स्वच्छ रहेगा बल्कि लोगों का स्वास्थ्य भी बेहतर बनेगा। उन्होंने कहा कि साफ हाथ कई गंभीर बीमारियों से बचाव का सरल लेकिन प्रभावी उपाय हैं।
मिठाइयों और चॉकलेट से बच्चों के चेहरों पर लौटी मुस्कान
कार्यक्रम के दौरान ‘आर.आर.आर. (रिड्यूस, रीयूज, रीसायकल)’ अभियान के तहत बच्चों द्वारा तैयार की गई उपयोगी वस्तुओं की प्रदर्शनी लगाई गई, जिसका उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छता के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाना था। इसी क्रम में ‘ये दिवाली आर.आर.आर. खुशियों वाली’ पहल के तहत जरूरतमंदों को कपड़े, साड़ियां, जूते-चप्पल, किताबें, साबुन और खिलौनों जैसी आवश्यक वस्तुएं वितरित की गईं। कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों ने बच्चों को मिठाइयां और चॉकलेट भी भेंट कीं, जिससे उनके चेहरों पर खुशी झलक उठी।