नई दिल्ली : कुवैत के मंगफ इलाके में आज सुबह एक भयानक आग लग गई, जिसमें 41 मजदूरों की मौत हो गई और 50 से अधिक घायल हो गए। मृतकों में अधिकतर भारतीय नागरिक शामिल हैं। यह हादसा सुबह 6 बजे के आसपास छह मंजिला इमारत की रसोई में शुरू हुआ।
इमारत में 196 कर्मचारी रहते थे, जिनमें से ज्यादातर प्रवासी मजदूर थे। सूत्रों के अनुसार, आग तेजी से फैल गई और इमारत को पूरी तरह से अपनी आगोश में ले लिया। अरब टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, चश्मदीदों ने बताया कि आग लगने के समय ज्यादातर मजदूर सो रहे थे। जब उन्हें आग का पता चला तो उन्होंने जान बचाने के लिए भागने की कोशिश की, लेकिन कई लोग धुएं और आग में फंस गए।
कुवैती दमकल विभाग और बचाव दलों ने तुरंत मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाने का प्रयास शुरू किया। कई घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अब इस घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज नई दिल्ली में 7 लोक कल्याण मार्ग स्थित अपने आवास पर कुवैत में आग त्रासदी पर समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की।
बता दें कि, हादसे में 40 भारतीयों की मौत हो गई। झुलसे कई लोगों का इलाज अस्पतालों में चल रहा है। पीएम ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। मोदी ने निर्देश जारी किए हैं कि भारतीयों को हरसंभव सहायता प्रदान की जाए। विदेश राज्य मंत्री को राहत उपायों की निगरानी करने और पार्थिव शरीरों को शीघ्र वापस लाने के लिए तुरंत कुवैत जाने के आदेश पीएम ने दिए हैं।
प्रधानमंत्री राहत कोष से मृतकों के परिवारों को 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की गई है। बैठक में विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर, विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह, पीएम के प्रधान सचिव प्रमोद कुमार मिश्रा, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, विदेश सचिव विनय क्वात्रा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।