इंदौर के प्रिंसेस कालोनी में प्लाट धोखाधड़ी के मामले में कालोनी के सदस्य कलेक्टर आफिस पहुचें और कलेक्टर आशीष सिंह से शिकायत की है। कालोनी के सदस्यों ने तहशीलदार और पटवारी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होनें कहा कि फर्जी दस्तावेज बनवाकर कालोनाइजर दो-दो लोगों के नाम प्लाट की रजिस्ट्री करवा दिया हैं।
दरअसल एमआर 11 लसुड़िया मोरी मेें फैनी कंस्ट्रक्शन कंपनी ने वर्ष 1996 -97 में कालोनी काटी थी। जिसके फाउंडर अरूण डागरिया ,महेंद्र जैन ,अरूण सुराणा थे । जो प्रांरंभिक तीन वर्ष में ही सारे प्लाट बेच दिए गए थे। हालांकि 2-3 वर्ष बाद ही कंपनी बंद कर दी गई । वहीं बाद पता में पता चला कॉलोनाइजर ने अलग-अलग दो लोंगो के नाम प्लॉट की रजिस्ट्री करा दी है ।
मामले को लेकर फैनी कंस्ट्रक्शन कंपनी पर रहवासियों ने थाने पर शिकायते भी दर्ज की, लेकिन कोई कार्रवाई नही हुई । इसी को लेकर प्रिंसेस इस्टेट कॉलोनी के करीब 250 से 300 सदस्य कलेक्टर ऑफिस इकट्ठा हुए और कलेक्टर को आवेदन सौंपा है। बता दे पिछले 20 सालों से कॉलोनी के सदस्य परेशान हो रहें है। ।