बड़वानी : मध्याह्न भोजन वितरण में हो रही गड़बड़ियों और अनियमितताओं को रोकने के लिए सरकार ने एक नई व्यवस्था लागू करने का फैसला लिया है। अब हर रोज स्कूलों में मध्याह्न भोजन की जानकारी एसएमएस के माध्यम से दी जाएगी।
इस जानकारी को एक आटोमेटिक सिस्टम दर्ज करेगा, जिससे डाटा में हेरफेर की संभावना कम होगी। यह कदम हाल ही में सामने आए एक मामले के बाद उठाया गया है, जिसमें बड़वानी समेत प्रदेश के 22 जिलों में ग्रीष्मावकाश के दौरान मध्याह्न भोजन बांटे जाने की बात सामने आई थी। जांच में पता चला था कि गलत डाटा एंट्री के कारण यह गलतफहमी पैदा हुई थी।
नई व्यवस्था की मुख्य विशेषताएं:
रोजाना एसएमएस: हर रोज स्कूलों में मध्याह्न भोजन की जानकारी एसएमएस के माध्यम से अभिभावकों और संबंधित अधिकारियों को भेजी जाएगी।
आटोमेटिक डाटा एंट्री: यह जानकारी एक आटोमेटिक सिस्टम में दर्ज होगी, जिससे डाटा में हेरफेर की संभावना कम होगी।
पारदर्शिता में वृद्धि: इस व्यवस्था से मध्याह्न भोजन वितरण प्रक्रिया में अधिक पारदर्शिता आएगी और अनियमितताओं पर अंकुश लगेगा।
बड़वानी जिला पंचायत सीईओ का कहना है कि यह नई व्यवस्था मध्याह्न भोजन योजना को और अधिक प्रभावी बनाने में मदद करेगी। उन्होंने कहा कि सरकार मध्याह्न भोजन योजना के तहत बच्चों को पौष्टिक और स्वादिष्ट भोजन उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है।
बता दें कि, प्रदेश के सागर, सिवनी, शहडोल, श्योपुर, शिवपुरी, बड़वानी, सतना, रायसेन, भिंड, गुना, जबलपुर, आगर मालवा, झाबुआ, टीकमगढ़, मंडला, मंदसौर, बालाघाट, बैतूल, भोपाल, डिंडौरी, नरसिंहपुर, रतलाम जिलों के स्कूलों में अवकाश अवधि के दौरान मध्याह्न भोजन वितरण सिस्टम में दर्ज किया गया था जबकि उस अवधि में एक दिन भी स्कूल नहीं खुला था।