इंदौर। समय के साथ ही शहर का ख्यात इंडेक्स मेडिकल कॉलेज, हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। इसी क्रम में आगे बढ़ते हुए इंडेक्स अस्पताल में नवजात शिशु गहन चिकित्सा केंद्र (एनआईसीयू) का विस्तार किया गया। इस अवसर पर इंडेक्स ग्रुप के चेयरमैन श्री सुरेश सिंह भदौरिया, वाइस चेयरमैन श्री मयंकराज सिंह भदौरिया, इंडेक्स मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ. पवन भंबानी, डीन डॉ. जी. एस. पटेल एवं मालवांचल विश्वविद्यालय के प्रो-वाइस-चांसलर डॉ. राम गुलाम राजदान, नियोनेटल इंटेंसिव केयर यूनिट डिपार्टमेंट की फैकल्टी, नर्सिंग स्टाफ एवं अन्य सदस्य मौजूद थे।
पीडियाट्रिक्स विभाग की एचओडी डॉ. स्वाति प्रशांत ने बताया कि “इंडेक्स अस्पताल में पहले से ही सुविधायुक्त एनआईसीयू मौजूद था लेकिन अब इस यूनिट में और भी विस्तार किया गया है। वर्तमान में अस्पताल में 18 एनआईसीयू के बेड तैयार हो गए है। साथ ही आधुनिक मशीनों में बढ़ोतरी की गई है। ताकि अधिक से अधिक मरीजों को बेहतर ट्रीटमेंट उपलब्ध हो सके। यह पूरी यूनिट बच्चों लिए ही समर्पित है। हमने कोविड की तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुए इस यूनिट में यह विस्तार किए हैं। हम आगे भी लगातार अपनी फेसिलिटीज़ को अपग्रेड करते रहेंगे।” वर्तमान में इंडेक्स अस्पताल में शहर के ख्यात पीडियाट्रिशियन डॉ. शुभांगी महाशब्दे, डॉ. अनुराधा जैन, डॉ. सौरभ पिपरसानिया, डॉ. नाइकी मिनारे और डॉ. प्रियंजा जैन अपनी सेवाएं दे रहे हैं। साथ ही एनआईसीयू में 24 घंटे पीडियाट्रिक रेजिडेंट डॉक्टर्स मरीजों की देखभाल कर रहे हैं।
नवजात शिशुओं के इलाज को उपलब्ध सुविधाओं के मामले में इंडेक्स अस्पताल अब और भी बेहतर होता जा रहा है। मेडिकल कॉलेज के शिशु रोग विभाग में अनुभवी डॉक्टर्स, ट्रेंड स्टाफ निरंतर अपनी सेवाएं प्रदान करते रहे हैं। गौरतलब है कि अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं को उपलब्ध कराने हेतु सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध हैं। इनमें वैसे बच्चे जिनका जन्म के वक्त वजन कम हो, सांस लेने में तकलीफ हो, समय के पहले जन्मे बच्चों, जॉन्डिस से ग्रसित बच्चों आदि को उपचार के लिए एनआईसीयू में रखा जाता है। चूंकि इंडेक्स अस्पताल में शहर के साथ ही प्रदेश के कई क्षेत्रों से लोग बेहतर ट्रीटमेंट के लिए आते हैं इसलिए यह अस्पताल अपने आपको अपग्रेड करता जा रहा है। वहीं, इंडेक्स अस्पताल में कम दरों पर इलाज की सुविधा प्रदान की जा रही है। साथ ही अस्पताल में आयुष्मान योजना का लाभ भी हितग्राहियों को दिया जाता है।