इजराइल और हमास के बीच वार को लगभग तीन माह से उपर का समय बीत चुका है। इसके बावजूद इजराइल झुकने के मूड में नही है। इस बीच प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक बार फिर दुनिया के दबाव में झुकने से साफ इनकार कर दिया है। पीएम बेंजामिन नेतन्याहू कहा ,कुछ लोग हमें ये सलाह दे रहे हैं कि राफा में हमले बंद किए जाएं। मैं उन्हें साफ बता देना चाहता हूं कि इस वक्त राफा पर हमले बंद करने का मतलब होगा कि इजराइल ये जंग हार जाए और ऐसा कभी नहीं होगा।
आपको बता दें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और ब्रिटिश फॉरेन सेक्रेटरी लॉर्ड कैमरन ने हाल ही में नेतन्याहू से फोन पर बातचीत की थी। दोनों नेताओं ने इजराइली प्रधानमंत्री से कहा था कि वो राफा इलाके में हमले फौरन बंद करें। दूसरी तरफ, इजराइली सरकार और सेना दोनों का कहना है कि राफा के रिफ्यूजी कैम्प्स में सिविलियन्स के साथ हजारों हमास आतंकी मौजूद हैं और यहां से वो गाजा के दूसरे हिस्सों में जाकर इजराइली सेना पर हमले कर रहे हैं।
जानकारी के अनुसार इजराइल को हथियार भेजने की एक डील का एसेसमेंट सामने आया है। इसमें अमेरिका ने इस आशंका को खारिज किया है कि इन हथियारों का इस्तेमाल मानवाधिकारों के उल्लंघन में किया जाएगा। जबकि इजराइली हमलों में अब तक 28 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं।
इससे पहले आल टाइम फ्रेंड अमेरिका ने 2 बार कांग्रेस से प्रस्ताव पास कराए बगैर इजराइल को हथियार भेज चुके हैं। वॉल स्ट्रीट जर्नल के मुताबिक अमेरिका जो गोला-बारूद इजराइल भेजने की तैयारी कर रहा है, उससे गाजा में 19 हफ्तों तक जंग जारी रह सकती है।इजराइल ने मांग की है कि जल्द से जल्द ये हथियार उन्हें भेजे जाएं। हालांकि बाइडेन ने कहा था कि उन्होंने इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से बात कर सीजफायर की मांग की है।
वहीं आगामी दिनों में मुस्लिमों का पवित्र माह रामदान आने वाला है। इससे पहले इजरायल जंग को जीतना चाहेगा और हमास के खात्में को लेकर लड़ाई तेज कर दिया है। इजरायल डिफेंस फोर्स के अनुसार अधिकतर इलाके में कब्जे की स्थित बन गई है।