पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आज़ाद भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू को लेकर अब तक का सबसे बड़ा खुलासा किया है। प्रणब दा के अनुसार नेहरू ने नेपाल को भारत में विलय करने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया था।
देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने अपनी बहुचर्चित ऑटोबायोग्राफी ‘द प्रेसिडेंशियल ईयर्स’ में लिखा है कि पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने नेपाल के भारत में विलय करने के राजा त्रिभुवन बीर बिक्रम शाह के प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया था।
इसके अलावा उन्होंने यह भी लिखा कि अगर उनकी जगह इंदिरा होतीं तो शायद ऐसा नहीं करतीं। साथ ही उन्होंने देश के पीएम मोदी के बारे में लिखा कि PM मोदी को असहमति की आवाज सुननी चाहिए और संसद में अक्सर बोलना चाहि।
तत्कालीन राजा का सुझाव था कि नेपाल को भारत में शामिल कर एक प्रांत बनाया जाए। लेकिन नेहरू ने इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया। उनका मानना था कि नेपाल एक स्वतंत्र राष्ट्र है और उसे ऐसा ही रहना चाहिए।
इंदिरा की निति के बारे में उन्होंने लिखा है कि इंदिरा गांधी उनकी जगह होतीं, तो शायद वह अवसर का फायदा उठातीं, जैसा कि उन्होंने सिक्किम के साथ किया था। गौरतलब है कि यह किताब कल ही बाज़ार में आई है।