Navratri 2022: इस बार चैत्र नवरात्रि की शुरुआत रेवती नक्षत्र, मीन लग्न और तीन राजयोग के शुभ संयोग में हुई है, जो काफी फलदायक है. कोरोना काउंट के चलते बीते 2 साल में भक्त नवरात्रि का त्योहार अच्छे से नहीं मना पाए हैं, लेकिन इस साल मंदिरों में साज सज्जा के साथ दर्शनार्थियों के लिए दर्शन भी खुले हुए हैं. इस बार माता का आगमन अश्व पर हुआ है जिसके चलते नव संवत्सर का नाम नल है जोकि अच्छी बारिश के योग दर्शा रहा है. इस नव संवत्सर के राजा शनि और मंत्री देव गुरु बृहस्पति है. इस बार नवरात्रि पूरे 9 दिन तक मनाई जाएगी.
नवरात्रि के 9 दिन माता की सेवा कर भक्त उनसे आशीर्वाद प्राप्त करते हैं. आज हम आपको कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताते हैं जिनका भोग आपको नवरात्रि के 9 दिनों तक माता को लगाना चाहिए. जिससे वह प्रसन्न होकर सभी मनोकामनाएं पूरी करती हैं.
Must Read- Government Vacancy: सरकारी नौकरी का सपना देखने वालों के लिए खुशखबरी, बैंक में निकली बंपर भर्ती
पहला दिन- नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की आराधना की जाती है. मां शैलपुत्री को घी से बनी मिठाईयों का भोग लगाना चाहिए इससे वह प्रसन्न होती है.
दूसरा दिन- नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है. माता ब्रह्मचारिणी लंबी उम्र का आशीर्वाद देने वाली मानी जाती है, माता को शक्कर का भोग प्रिय है.
तीसरा दिन- नवरात्रि के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा का पूजन अर्चन किया जाता है. माता को दूध से बनी चीजों का भोग अर्पित करना चाहिए.
चौथा दिन- नवरात्रि के चौथे दिन मां कुष्मांडा की आराधना की जाती है. माता कुष्मांडा को मालपुआ का भोग लगाने की मान्यता है.
पांचवा दिन- नवरात्रि के पांचवें दिन स्कंद माता को पूजा जाता है. स्कंद माता व्यापार और नौकरी में सफलता देती है. इन्हें केले का भोग लगाया जाता है.
छठा दिन- नवरात्रि के छठे दिन माता कात्यायनी की पूजा अर्चना होती है. माता कात्यायनी ऐश्वर्य और धन प्रदान करती हैं, उन्हें शहद का भोग लगाने की मान्यता है.
सातवां दिन- नवरात्रि के सातवें दिन मां कालरात्रि की पूजा की जाती है. माता कालरात्रि आरोग्य का वर प्रदान करती हैं, इन्हें गुड़ या इससे बनी चीजों का भोग लगाया जाता है.
आठवां दिन- नवरात्रि के आठवें दिन माता महागौरी की पूजा अर्चना होती है. माता महागौरी को नारियल का भोग लगाना शुभ माना जाता है.
नौवां दिन- नवरात्रि के नौवें दिन पर मां सिद्धिदात्री की आराधना होती है. नवरात्रि का आखरी दिन होता है इस दिन माता सिद्धिदात्री को खीर पूड़ी हलवा का भोग लगाया जाता है. कहते हैं कि से प्रसन्न होकर माता सिद्धिदात्री सभी मनोकामनाएं पूरी करती हैं.
Disclaimer- यहां दी गई जानकारी मान्यताओं पर आधारित है. Ghamasan.com इसकी पुष्टि नहीं करता है.