MP Weather: इस साल मानसून उम्मीद से पहले ही राज्य में आ गया था और जुलाई में भी अच्छी खासी बारिश हो चुकी है। विशेषज्ञों का कहना है कि अभी भी अंतर बना हुआ है, 1 जून से 15 जुलाई के बीच मध्य प्रदेश में कुल मिलाकर सामान्य से 6% कम बारिश हुई है, लेकिन राज्य का पूर्वी हिस्सा ही ऐसा है, जहां सामान्य से 15% कम बारिश हुई है।
‘इन जिलों में बारिश का अलर्ट’
भोपाल में सोमवार सुबह से ही बारिश शुरू हो गई और दोपहर तक भारी बारिश जारी रही। भारी बारिश के कारण इंदौर और उज्जैन समेत 15 से ज़्यादा ज़िले हाई अलर्ट पर हैं। दोपहर बाद नीमच, नरसिंहपुर, बैतूल, पंढुर्ना, टीकमगढ़ और छतरपुर में बारिश हो सकती है। लोगों को सलाह दी जाती है कि वे मौसम के पूर्वानुमान से अपडेट रहें और सुरक्षा दिशा-निर्देशों का पालन करें।
‘गरज बिजली के साथ तेज हवाएं चलने की संभावना’
मौसम विभाग ने अगले कुछ घंटों में धार, देवास, इंदौर, खड़गपुर और छिंदवाड़ा में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। उन्होंने संभावित गरज और बिजली गिरने की चेतावनी दी है। रतलाम, अलीराजपुर, मंदसौर, जबलपुर, बड़वानी, नर्मदापुरम, शिवपुरी, रायसेन, बालाघाट, मुरैना, भीमबेटका और खरगोन में भी तेज हवाएं चल सकती हैं।
‘प्रदेश में मौसम का मिजाज’
IMD भोपाल की वरिष्ठ वैज्ञानिक दिव्या के अनुसार, मॉनसून ट्रफ थोड़ा दक्षिण की ओर बढ़ गया है और इसके बंगाल की ओर बढ़ने की उम्मीद है। गुजरात के ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है और पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय है। इन मौसमी परिस्थितियों के कारण आने वाले दिनों में मध्य प्रदेश में भारी बारिश होने की संभावना है।