मध्य प्रदेश (MP) में अब बारिश की गतिविधियां धीरे-धीरे कर के मंद पड़ती जा रही है। सितंबर माह में सामन्यतः होने वाली बारिश से कहीं अधिक बरसात इस वर्ष मध्य प्रदेश के विभिन्न इलाकों में दर्ज की गई है। श्राद्धपक्ष में महसूस की जाने वाली गर्मी भी इस वर्ष हर वर्ष की तुलना में कम ही महसूस की गई है। इस दौरान देश में बनने वाले कुछ नए वेदर सिस्टम्स का सबसे ज्यादा असर मध्य प्रदेश के विभिन्न इलाकों में ही देखा गया है।
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कम रहेगी आज प्रदेश में बारिश
भोपाल मौसम विभाग के अनुसार आज प्रदेश में बीते दिनों से लगातार हो रही बारिश से थोड़ी राहत मिलने वाली है। मौसम विभाग के अनुसार आज प्रदेश में भारी बारिश की संभावना बहुत ही कम नजर आ रही है, जबकि प्रदेश की राजधानी भोपाल व्यवसायिक राजधानी इंदौर , उज्जैन, नर्मदापुरम, ग्वालियर, चंबल, शहडोल एवं जबलपुर आदि संभागों में आज हल्की बारिश की गतिविधि दोपहर के बाद देखी जा सकती है।
इन जिलों में गिर सकती है बिजली
भोपाल मौसम विभाग के अनुसार पन्ना, सतना, रीवा, छतरपुर, अनूपपुर जिलों में आज गरज चमक के साथ बौछारें पढ़ने और आसमान से कुछ इलाकों में बिजली गिरने की संभावना भी बन रही है। हालाकिं भारी बारिश से इन इलाकों में मौसम विभाग का इंकार है।
ये वेदर सिस्टम कर रहे है प्रभावित
राजस्थान में आसमानी चक्रवात और बंगाल की खाड़ी की नमी नए वेदर सिस्टम्स के रूप में मध्य प्रदेश की बारिश की गतिविधियों को वर्तमान में संचालित कर रहीं हैं। छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के मौसम में इन वेदर सिस्टम्स का असर साफ़ देखा जा सकता है। भोपाल मौसम विभाग के अनुसार अभी कुछ दिन तक और ये वेदर सिस्टम्स प्रदेश के मौसम को प्रभावित करेंगे।