मध्य प्रदेश (MP) का मौसम (Weather) लगातार परिवर्तित हो रहा है। एक ओर जहां तापमान में वृद्धि और वातावरण में उमस महसूस की जा रही है,वहीं कुछ देर बाद ही आसमान से होने वाली बारिश वातावरण में नमी का निर्माण कर रही है। इस प्रकार से मौसम का मिला जुला स्वरूप अभी देखने को मिल रहा है। मानसून की विदाई बेला में भी प्रदेश में बारिश है कि थमने का नाम नहीं ले रही है। वहीं मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में प्रदेश के कई जिलों में अतिवर्षा होने की चेतावनी जारी की है।
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14 जिलों में भारी बारिश के लिए अलर्ट
भोपाल मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश के 14 जिलों में आने वाले तीन से चार दिनों के दौरान भारी बारिश होने का अलर्ट जारी किया है, साथ ही इन सभी जिलों के नागरिकों से सावधानी से रहने की चेतावनी भी दी है। विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, रतलाम, उज्जैन, नीमच, मंदसौर, सतना, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला एवं बालाघाट आदि जिलों के साथ ही सागर संभाग के जिलों में मौसम विभाग के अनुसार आने वाले तीन से चार दिनों में अति वर्षा की संभावना है।
इन संभागों के जिलों में अति से भी भारी वर्षा की संभावना
भोपाल मौसम विभाग के अनुसार ग्वालियर और चंबल संभागों के जिलों में बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है। इन संभागों के जिलों में आने वाले तीन से चार दिन के दौरान अति से भी भारी बारिश होने की संभावना मौसम विभाग ने व्यक्त की है। साथ ही इन दोनों संभागों के सभी जिलों के नागरिकों से सावधानी और सतर्कता से रहने की चेतावनी भी दी है।
इन जिलों में गिर सकती है बिजली
भोपाल मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश की व्यवसायिक राजधानी इंदौर सहित ,सागर, भोपाल, नर्मदापुरम, उज्जैन, ग्वालियर, चंबल संभागों के जिलों में तथा सतना, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला एवं बालाघाट जिलों के विभिन्न इलाकों में कहीं-कहीं बिजली गिरने की भी आशंका है।
तीन वेदर सिस्टम कर रहे हैं प्रभावित
भोपाल मौसम विभाग के अनुसार मध्य प्रदेश में अभी तीन नए वेदर सिस्टम बारिश की गतिविधियों को संचालित कर रहे हैं। इनमें हिमालयीन मानसून ट्रफ , बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में बनने वाली नमी शामिल है, जबकि प्रदेश में मानूसन समाप्ति की कगार पर है।