- ग्वालियर में देश का पहला अत्याधुनिक जियो साइंस म्यूजियम।
- एक छत के नीचे पृथ्वी की उत्पत्ति से मानव सभ्यता के विकास तक की जानकारी।
- संग्रहालय में दो गैलरियां बनाई गई है।
- एक में पृथ्वी की उत्पत्ति और विकास की जानकारी वही दूसरी गैलरी में मानव सभ्यता और उससे जुड़े विकास को बतलाया गया है।
Gwalior Geo Science Museum : रविवार को भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ग्वालियर पहुंचे, जहां उनका जोरदार स्वागत किया गया। राज्यपाल मंगूभाई पटेल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, और अन्य वरिष्ठ नेताओं ने ग्वालियर एयरपोर्ट पर उनका अभिनंदन किया। इसके बाद, उपराष्ट्रपति सीधे महाराजबाड़ा पहुंचे, जहां उन्होंने ग्वालियर के ऐतिहासिक स्थल पर स्थित जियो साइंस म्यूजियम का उद्घाटन किया।
ग्वालियर में देश का पहला अत्याधुनिक जियो साइंस म्यूजियम
उपराष्ट्रपति धनखड़ ने ग्वालियर के विक्टोरिया मार्केट स्थित हैरीटेज बिल्डिंग में स्थापित इस म्यूजियम का उद्घाटन किया। यह म्यूजियम, जो पृथ्वी विज्ञान के अद्वितीय पहलुओं को प्रदर्शित करता है, भारत में अपनी तरह का पहला और अत्याधुनिक संग्रहालय है। उद्घाटन समारोह में राज्यपाल मंगूभाई पटेल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, और विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर सहित कई अन्य प्रमुख नेता उपस्थित थे।
उपराष्ट्रपति ने म्यूजियम की सराहना की
Hon’ble Vice-President, Shri Jagdeep Dhankhar inaugurated the Geological Survey of India (GSI) Geoscience Museum in Gwalior, Madhya Pradesh today.@mangubhaipatel1 @DrMohanYadav51@JM_Scindia @GeologyIndia #Geoscience pic.twitter.com/6YykQx9dpo
— Vice-President of India (@VPIndia) December 15, 2024
धनखड़ ने म्यूजियम के प्रवेश द्वार पर फीता काटकर उद्घाटन किया और साथ ही ग्वालियरवासियों को इस अद्भुत तोहफे के लिए बधाई दी। उन्होंने म्यूजियम की विभिन्न गैलरियों का दौरा करते हुए यहां प्रदर्शित भू-विज्ञान से संबंधित चित्रों, कलाकृतियों और जानकारियों की सराहना की। म्यूजियम में प्रदर्शित कलेक्शन में पृथ्वी की उत्पत्ति, मानव सभ्यता और ब्रह्मांड से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी दी गई है, जो बच्चों से लेकर बड़ों तक के लिए ज्ञानवर्धक है।
वास्तु शिल्प का अद्भुत संग्रह
म्यूजियम के उद्घाटन के बाद, उपराष्ट्रपति धनखड़ ने महाराजबाड़ा की ऐतिहासिक इमारतों का भी दौरा किया। मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री और विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें इन इमारतों की वास्तुशिल्प विशेषताओं के बारे में जानकारी दी, जो ग्वालियर की ऐतिहासिक धरोहर का अहम हिस्सा हैं।
यह म्यूजियम पृथ्वी विज्ञान के दुर्लभ नमूनों, डायनासोर के अंडे और अन्य कीमती वस्तुओं को प्रदर्शित करता है, जिन्हें पर्यटक देख सकते हैं। यहां के मल्टीमीडिया डिस्प्ले के जरिए पृथ्वी विज्ञान के जटिल तथ्यों को सरल और आकर्षक ढंग से प्रस्तुत किया गया है।
म्यूजियम की दो विशेष गैलरियां
म्यूजियम में दो प्रमुख गैलरियां हैं, जो भूविज्ञान और मानव सभ्यता के विकास को रोचक ढंग से प्रदर्शित करती हैं। पहली गैलरी में पृथ्वी के विकास को लाइट इफेक्ट और अत्याधुनिक मशीनी तकनीक के साथ प्रस्तुत किया गया है, जिसमें भूकंप के अनुभव, लावा का निर्माण, और पर्वतों के निर्माण की प्रक्रिया दिखाई गई है। दूसरी गैलरी में मानव सभ्यता की शुरुआत, डायनासोर के विकास और विलुप्ति, तथा मानव के जीवन क्रम के बदलाव की कहानी को दर्शाया गया है।