मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव आगाज से राजनीति में एक बार फिर से भगवान राम का सहारा लिया जाने वाला है। जानकारी यह मिली है कि शिवराज सरकार श्री रामचंद्र पथ गमन न्यास का गठन करने को तैयार है। यह समिति सभी विभागों के बीच सामंजस्य बनाएं रखेगी। बता दें कि इस न्यास का प्रस्ताव तैयार हो गया है, इसको गुरुवार की कैबिनेट बैठक में प्रस्तुत किया जाएगा। वहीं, इसके साथ ही कृषक उत्पादक संगठन का गठन और संवर्धन के लिए योजना लागू की जाएगी। इस सब के साथ राज्य में नगरीय इलाको के नागरिकों को ऑनलाइन सर्विस व्हाट्सऐप पर दो जाएंगी, इन सेवाओं के लिए ई-नगर पालिका के दो पोर्टल खोले जाएंगे।
कैबिनेट की इस बैठक में भगवान राम ने वनवास के समय पर मध्यप्रदेश के जिन-जिन जगहों का गमन किया था। उन सभी जगहों का विकास शिवराज सरकार करने की योजना बना रही है। इस योजना के लिए सरकार ने श्री राम पथ गमन न्यास का गठन करने का फैसला कर लिया है। यह गठन राम के पथ गमन रास्तों की जगह को चुनकर विकास के कार्यों की निगरानी करेगा। वहीं, बता दें कि इस प्रस्ताव पर आखिरी फैसला गुरुवार को मंत्रालय में कैबिनेट बैठक कर के लिया जाना है।
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गठन की खास बात यह है कि इसकी अध्यक्षता खुद सीएम शिवराज सिंह चौहान कर रहे है, वो ही इस गठन के मुख्य कार्यपालन अधिकारी होंगे। सीएम शिवराज के साथ साथ इस न्यास में 33 और लोग होंगे। वहीं, अशासकीय न्यासों का 3 साल का कार्यकाल रहेगा। बता दें कि इस न्यास का कार्य न सिर्फ चुने गए जगहों की निगरानी करना है, लेकिन इसके साथ ही निर्माण विभाग के बीच समन्वय बनाना के काम भी करना रहेगा। वहीं, यह न्यास आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विकास के लिए अपनी राय भी देगा।
इस न्यास के अलावा कृषक उत्पादक संगठन का भी गठन होगा, जिसमें कृषि उत्पादों को खरीदने, प्रसंस्करण और उसके निर्यात को बढ़ाने के लिए भी FOP बनाया जाएगा। वहीं, इसके लिए प्रदेश की सरकार 18 लाख रूपए देकर वित्तीय सहायता करेगी।