भोपाल : दिल्ली के राजेंद्र नगर में हुए दर्दनाक हादसे के बाद मध्य प्रदेश सरकार ने कोचिंग सेंटरों पर शिकंजा कस दिया है। भोपाल में बड़े पैमाने पर कोचिंग सेंटरों का निरीक्षण किया गया है और सुरक्षा मानकों का उल्लंघन करने वाले कई सेंटरों को सील कर दिया गया है।
भोपाल कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह के निर्देश पर एसडीएम आशुतोष शर्मा ने शहर के विभिन्न कोचिंग संस्थानों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि कई संस्थान बेसमेंट में क्लासेज लगा रहे थे, जो सुरक्षा के लिहाज से बेहद खतरनाक है। इस कारण कौटिल्य अकादमी, औरस अकादमी, स्टेप अप अकादमी, अनएकेडमी, नीट मेंटर एकेडमी और दुर्रानी क्लासेस जैसे कई कोचिंग सेंटरों के बेसमेंट को सील कर दिया गया।
एसडीएम आशुतोष शर्मा ने बताया कि निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि इन कोचिंग संस्थानों के बेसमेंट का उपयोग पार्किंग के अलावा अन्य व्यवसायिक गतिविधियों के लिए किया जा रहा था। यहां पर क्लास भी लगाई जा रही थी। जिसके बाद हमने किसी दुर्घटना की आशंका को देखते हुए औरस अकैडमी, कौटिल्य अकादमी, स्टेप अप अकैडमी, अनएकेडमी, नीट मेंटर एकेडमी, और दुर्रानी क्लासेस के बेसमेंट को सील कर दिया गया है।
इनके रास्ते को भी बंद कर दिया गया। भविष्य में कोई भी दुर्घटना से बचने के लिए हम सुनिश्चित करेंगे कि इसका उपयोग ना हो। उन्होंने बताया कि इन संस्थानों को भविष्य में बेसमेंट एरिया में क्लास संचालित न करने के निर्देश दिए गए हैं और वैधानिक कार्यवाही के लिए रिपोर्ट वरिष्ठ कार्यालय को भेजी जा रही है। इस कार्रवाई के दौरान नायब तहसीलदार अनामिका सर्राफ़ के नेतृत्व में राजस्व दल, पुलिस विभाग, नगर निगम के जोनल अधिकारी, नगर निगम का फायर अमला, वार्ड प्रभारी, और बीडीए के इंजीनियरों का संयुक्त दल उपस्थित था।
सुरक्षा मानकों की जांच:
निरीक्षण दल ने कोचिंग सेंटरों में अग्नि सुरक्षा व्यवस्था, लिफ्टों की स्थिति और आपातकालीन निकास मार्गों की जांच की। यह भी देखा गया कि क्या इन संस्थानों में छात्रों को आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है या नहीं।