इस वक़्त देश में चुनावी माहौल है। कांग्रेस ने कुछ दिनों पहले अपना चुनावी मैनिफेस्टो घोषित किया है। हालांकि, इस पर बीजेपी के कई दिग्गज नेता ने सवाल उठाए है। इसमें पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी शामिल है। आज सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बीजेपी पर हमला बोला है।
‘बीजेपी ने ब्रिटिश और मुस्लिम लीग का समर्थन किया’
मल्लिकार्जुन खड़गे ने लिखा है कि मोदी और अमित शाह के राजनीतिक और वैचारिक पूर्वजों ने स्वतंत्रता आंदोलन में भारतीयों के खिलाफ ब्रिटिश और मुस्लिम लीग का समर्थन किया था। आज भी वह आम भारतीयों के योगदान से बने ‘कांग्रेस न्याय पत्र’ के खिलाफ मुस्लिम लीग का साथ दे रहे है। मोदी और शाह के पूर्वजों ने 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान महात्मा गांधी के आह्वान और मौलाना आज़ाद के नेतृत्व वाले आंदोलन का विरोध किया था। हर कोई जानता है कि आपके पूर्वजों ने 1940 में मुस्लिम लीग के साथ बंगाल, सिंध और एनडब्ल्यूएफपी(NWFP) में अपनी सरकारें बनाई थीं।
‘बीजेपी के इतिहास पर उठाए सवाल’
उन्होंने आगे लिखा कि क्या श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने तत्कालीन ब्रिटिश गवर्नर को यह नहीं लिखा था कि देश और कांग्रेस के 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन को कैसे दबाया जाये? और इसके लिए वे अंग्रेजों का समर्थन करने को तैयार हैं? मोदी-शाह और उनके मनोनीत अध्यक्ष जे.पी.नड्डा आज कांग्रेस के घोषणापत्र के बारे में गलत भ्रांतियां फैला रहे हैं। मोदी जी के भाषणों से सिर्फ आरएसएस की बू आती है। बीजेपी की चुनावी हालत दिन-ब-दिन इतनी खराब होती जा रही है कि RSS को अपनी पुरानी दोस्त मुस्लिम लीग की याद आने लगी है।