महिंद्रा और भारतीय स्टेट बैंक ने मध्य प्रदेश में ट्रैक्टर और कृषि मशीनरी फाइनेंसिंग के लिए करार किया

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इन्दौर : महिंद्रा एंड महिंद्रा के फार्म इक्विपमेंट सेक्टर, जो वॉल्यूम के हिसाब से दुनिया का सबसे बड़ा ट्रैक्टर निर्माता है, ने भारत भर में अपने ट्रैक्टरों और कृषि मशीनरी उत्पादों पर आसान ऋण विकल्प प्रदान करने के लिए भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के साथ करार किया है। ग्राहक, निकटतम महिंद्रा ट्रैक्टर डीलरशिप पर जाकर महिंद्रा के ट्रैक्टरों और कृषि मशीनरी की रेंज पर वित्तपोषण विकल्पों का लाभ उठा सकते हैं या वो एसबीआई की निकटतम शाखा में जाकर आवेदन प्रक्रिया शुरू कर सकते हैं। प्रक्रिया शुरू करने के लिए ग्राहकों को अपने केवाईसी दस्तावेज, आय का प्रमाण और संपत्ति के दस्तावेज जमा करने होंगे।

घोषणा पर टिप्पणी करते हुए, महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड के फार्म इक्विपमेंट सेक्टर के प्रेसिडेंट, हेमंत सिक्का ने कहा, “किसानों को उनके कार्यों को सुचारू रूप से करने हेतु सही कृषि उपकरण का चयन करने में सक्षम बनाने के लिए वित्तपोषण महत्वपूर्ण है और महिंद्रा को मध्य प्रदेश में अपने ट्रैक्टरों एवं कृषि मशीनरी की विस्तृत श्रृंखला के वित्तपोषण के लिए एसबीआई के साथ सहयोग करने की प्रसन्नता है। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के साथ इस साझेदारी के माध्यम से, हमारा उद्देश्य किसानों को परेशानी मुक्त, सस्ती और लचीली ऋण सुविधाओं का लाभ उठाने में सक्षम बनाना है, क्योंकि हमारा लक्ष्य भारत की कृषि भूमि पर मशीनीकरण के माध्यम से खेती में बदलाव लाना और जीवन को समृद्ध बनाना है।”

ट्रैक्टर और फार्म मशीनरी वित्तपोषण के लिए महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड के साथ करार के बारे में बताते हुए, शांतनु पेंडसे, सीजीएम – कृषि व्यवसाय इकाई और सरकार प्रायोजित योजनाएँ, भारतीय स्टेट बैंक ने कहा, “किसानों की उत्पादकता के साथ-साथ आय बढ़ाने में प्रौद्योगिकी की प्रमुख भूमिका है और एसबीआई का लक्ष्य देश में उपलब्ध सर्वोत्तम कृषि उपकरण समाधान खरीदने के लिए किसानों को सर्वोत्तम वित्तीय समाधान प्रदान करना है। महिंद्रा के साथ हमारी साझेदारी देश भर में टचप्वाइंट के सबसे व्यापक नेटवर्क में से एक के माध्यम से कृषि उपकरणों की बिक्री सुनिश्चित करेगी, जिससे किसानों का जीवन आसान और सुविधाजनक बन सकेगा।”

एसबीआई भारत में कृषि-वित्तपोषण में प्रथम और बाजार-अग्रणी रहा है, जिसके पास एक करोड़ से अधिक किसानों को कवर करने वाले कृषि अग्रिमों में 2,45,000 करोड़ रुपये से अधिक का पोर्टफोलियो है। एसबीआई 15,000 से अधिक ग्रामीण और अर्ध-शहरी शाखाओं के अपने विशाल नेटवर्क के माध्यम से ट्रैक्टर, कंबाइन हार्वेस्टर, पावर टिलर और अन्य कृषि मशीनरी जैसी कृषि मशीनरी की खरीद के लिए आसान और पर्याप्त ऋण प्रदान करता है। यह करार किसानों को भारत के सबसे बड़े सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक के माध्यम से किफायती वित्तपोषण के जरिए नवीनतम महिंद्रा उत्पादों का लाभ उठाने में सक्षम बनाता है।

महिंद्रा तीन दशकों से भी अधिक समय से भारत का नंबर 1 ट्रैक्टर ब्रांड बना हुआ है। मार्च 2019 में इंटरनेशनल हार्वेस्टर इंक, यूएसए के साथ संयुक्त उद्यम के माध्यम से 1963 में अपना पहला ट्रैक्टर रोल आउट करने के बाद, महिंद्रा वैश्विक ग्राहकों को बिक्री सहित 3 मिलियन ट्रैक्टर बेचने वाला पहला भारतीय ट्रैक्टर ब्रांड बन गया। अपनी असाधारण निर्माण-गुणवत्ता और ऊबड़-खाबड़ इलाकों में दमदार प्रदर्शन के लिए जाने जाने वाले, महिंद्रा ट्रैक्टरों ने डेमिंग अवार्ड और जापानी गुणवत्ता पदक दोनों अर्जित किए हैं; और यह इस उपलब्धि को हासिल करने वाला एकमात्र ट्रैक्टर निर्माता है।

आज महिंद्रा के पास ट्रैक्टर और कृषि मशीनरी की सबसे विविधतापूर्ण रेंज है, जिसे घरेलू और वैश्विक दोनों बाजारों के लिए बहु-कार्यात्मक उपयोग के लिए विकसित किया गया है। छह महाद्वीपों के 50 से अधिक देशों में उपस्थिति वाले महिंद्रा के लिए भारत से बाहर, संयुक्त राज्य सबसे बड़ा ट्रैक्टर बाजार है। महिंद्रा के भारत में सात विनिर्माण केंद्र हैं, देश भर में 1,100 से अधिक ट्रैक्टर और कृषि मशीनरी डीलरशिप हैं। महिंद्रा की सहायक कंपनियों के माध्यम से उत्तरी अमेरिका, ब्राजील, मैक्सिको, फिनलैंड, तुर्की और जापान में वैश्विक विनिर्माण और असेंबली उपस्थिति है।