खंडवा लोक निर्माण विभाग (PWD) का नितिन मिश्रा की पीआईयू कंसल्टेंसी कंपनी ने कुछ दिन पहले डीपीआर तथा सुपरविज़न कार्य किया था। काम पूर्ण होने पर नितिन ने खंडवा के लोकायुक्त अधिकारी पीयूष अग्रवाल को 10 लाख रूपये पेंडिंग बिल भुगतान के लिए दिया तो अधिकारी पीयूष ने बिल के एवज में 50,000 रूपये की रिश्वत मांगी थी। जिसकी शिकायत कंपनी के मालिक ने लोकायुक्त कार्यालय इंदौर में की। लोकायुक्त के अधिकारियों ने शिकायत को संज्ञान में लिया और जांच चालू की। आज लोकायुक्त इंदौर की टीम द्वारा पीआईयू कार्यालय खंडवा पहुँच कर , आरोपी को 50,000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया। मौके पर कार्रवाई जारी है। नितिम मिश्रा खरगोन जिलें के बाहेती कॉलोनी, सनावद का रहने वाला है, फिलहाल वह, खंडवा में रहता है। यह पुरा मामला संभागीय परियोजना यंत्री/कार्यपालन यंत्री, पीआईयू, लोक निर्माण विभाग खंडवा का हैं।