MP Tourism : मध्य प्रदेश को भारत का दिल कहा जाता है और इस भारत के दिल को देखने के लिए लाखों लोग दूर-दूर से मध्य प्रदेश आना पसंद करते हैं। आपको बता दें, मध्य प्रदेश न सिर्फ घूमने के लिए प्रसिद्ध है बल्कि यहां का खाना भी इतना ज्यादा प्रसिद्ध है कि लोग इसके दीवाने हैं। दूर-दूर से पर्यटक मध्य प्रदेश के व्यंजनों का स्वाद चखने के साथ-साथ पर्यटन स्थलों पर घूमने का लुत्फ उठाना पसंद करते हैं।
आज हम आपको मध्य प्रदेश टूरिज्म के एक ऐसे गांव के बारे में बताने जा रहे हैं जो पूरे देश भर में काफी ज्यादा प्रसिद्ध है और उसे गांव को सबसे सुंदर गांव माना जाता है। इसे देखने के लिए दूर-दूर से टूरिस्ट आना पसंद करते हैं। खास बात यह है कि उसे गांव को यूनाइटेड नेशन वर्ल्ड टूरिज्म ऑर्गनाइजेशन द्वारा बेस्ट टूरिज्म विलेज का अवार्ड भी मिल चुका है।

जानकारी के मुताबिक, पूरे देश में सिर्फ ऐसे तीन गांव हैं जिन्हें बेस्ट टूरिज्म विलेज का अवार्ड मिल चुका है। उन्हीं में से एक है मध्य प्रदेश का विलेज। उसके अलावा मेघालय, तेलंगाना, पचमपेली शामिल है। चलिए जानते हैं मध्य प्रदेश के उसे गांव के बारे में जिसने पूरे प्रदेश को गर्व महसूस करवाया है।
ये है MP Tourism का सबसे खूबसूरत विलेज
हम बात कर रहे हैं और ओरछा के लाडपुरा गांव के बारे में। मध्य प्रदेश के निवाड़ी जिले ओरछा तहसील में लाडपुरा गांव स्थित है। इस गांव को देश का सबसे खूबसूरत गांव माना जाता है। इस बेस्ट टूरिज्म विलेज का अवार्ड नेशनल वर्ल्ड टूरिज्म ऑर्गेनाइजेशन द्वारा दिया जा चुका है। यहां पर्यटकों की भीड़ को देखते हुए इस अवार्ड को दिया गया है।
आपको बता दें, ओरछा का यह एकमात्र ऐसा गांव है जिसे बेहद खूबसूरत माना जाता है। इसकी खूबसूरती देखने के लिए देश ही नहीं विदेशों से भी पर्यटक आना पसंद करते हैं। इस गांव ने बेस्ट विलेज का अवार्ड जीत कर पूरे मध्य प्रदेश को गर्व महसूस करवाया है। जो भी इस गांव को देखने के लिए आता है वह इसकी तारीफ करें बिना थकता नहीं है।
इस गांव में किया गया हर एक काम पर्यटकों को बेहद लुभाता है। इस गांव को बनाने के लिए मध्य प्रदेश पर्यटन विभाग और ग्रामीणों ने बहुत मेहनत की है। खास बात यह है कि यहां पर्यटकों के लिए विलेज होमस्टे की सुविधा भी उपलब्ध है। इतना ही नहीं यहां पर पर्यटकों को बुंदेली व्यंजनों का स्वाद चखने का मौका तो मिलता ही है साथ ही साथ रहन-सहन खेती बाड़ी देखने का भी लुत्फ़ उठाने को मिलता है।
अगर भारत और बुंदेलखंड की प्राचीन संस्कृतियों से आपको रूबरू होना है तो आपको ओरछा से 5 किलोमीटर दूर लाडपुरा गांव में आना होगा। यहां सैलानियों की इतनी भीड़ साल भर रहती है। लेकिन उसके बाद भी गांव में किसी भी तरह की कोई समस्या पर्यटकों को नहीं देखनी पड़ती। यहां गांव के लोग पर्यटकों की इतनी देखभाल करते हैं, वहां रहने के लिए होमस्टे खानपान के लिए तरह-तरह की व्यवस्था सब कुछ उपलब्ध करवा देते हैं।