MP Tourism : एमपी टूरिज्म के अंतर्गत ऐसे कई सारे गांव और जगह है जहां दूर-दूर से पर्यटक घूमने के लिए और तरह-तरह के पकवानों का स्वाद चखने के लिए आते हैं। खास बात यह है कि मध्य प्रदेश अपनी खूबसूरती के साथ-साथ खाने के स्वाद के लिए काफी ज्यादा प्रसिद्ध है। सिर्फ भारत ही नहीं विदेशों से भी सैलानी मध्यप्रदेश में व्यंजनों का स्वाद चखने के लिए और घूमने का आनंद लेने के लिए आते हैं।
आज हम आपको मध्य प्रदेश के एक ऐसे गांव के बारे में बताने जा रहे हैं जहां की दाल रोटी का स्वाद चखने के लिए विदेश से पर्यटक आते हैं। इतना ही नहीं वह पर्यटक एक रात उस गांव में जरूर रुख कर जाते हैं। अब आप सोच रहे होंगे कि मध्य प्रदेश में ऐसा कौन सा गांव है जहां विदेश से पर्यटक दाल रोटी का स्वाद चखने के लिए आते हैं? अगर आप नहीं जानते हैं तो चलिए जानते हैं विस्तार से –

MP Tourism : मुरैना का ये गांव है प्रसिद्ध
हम बात कर रहे हैं मध्य प्रदेश के मुरैना जिले के एक ऐसे गांव के बारे में जहां दूर-दूर से पर्यटक घूमने के लिए आते हैं वहीं विदेशी पर्यटक भी यहां सबसे ज्यादा आते हैं। दरअसल मुरैना में चौसठ योगिनी मंदिर काफी ज्यादा प्रसिद्ध है। इस मंदिर को देखने के लिए ही पर्यटक मुरैना आते हैं। मुरैना के पास ही एक गांव भी मौजूद है जहां होम स्टे बनाए गए है। जो भी पर्यटक दूर दराज से यहां घूमने के लिए आते हैं वो अक्सर मितावली गांव में ही स्टे करते हैं और यहां के ही व्यंजनों का लुत्फ उठाते हैं। मितावली गांव भी पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
तांत्रिकों की यूनिवर्सिटी के नाम से प्रसिद्ध है मंदिर
मुरैना का चौसठ योगिनी मंदिर इतना प्रसिद्ध है कि इसकी तर्ज पर भारत की संसद का पुराना भवन भी बनाया गया था। जानकारी के मुताबिक मंदिर का निर्माण 1055 से 1075 ई के बीच हुआ था। इसके बाद सन 1951 में इस मंदिर को ऐतिहासिक स्मारक घोषित कर दिया गया। इस मंदिर का निर्माण कलपूरी वंश के कर्ताधर्ता युवराज द्वितीय ने करवाया था। आज की तारीख में यह मंदिर तांत्रिक अनुष्ठान के लिए काफी ज्यादा जाना जाता है। इतना ही नहीं चौसठ योगिनी मंदिर को तांत्रिकों की यूनिवर्सिटी के नाम से भी जाना जाता है।
फेमस है मितावली गांव की दाल रोटी
खास बात यह है कि इस मंदिर को देखने के लिए सिर्फ भारत ही नहीं विदेश से भी पर्यटक आते हैं। वहीं सभी पर्यटक होमस्टे के लिए मितावली गांव में जाते हैं बता दें, मितावली गांव में पर्यटकों को देहाती कल्चर पर बनाए गए होमस्टे देखने को मिलते हैं। साथ ही वहां रुकने वाले पर्यटकों को गांव की प्रसिद्ध दाल रोटी का भी लुत्फ उठाने को मिलता है।