Gardening Tips : गर्मियों का मौसम पौधों के लिए काफी चुनौतीपूर्ण होता है। तेज़ धूप, गर्म हवाएं और पानी की कमी के कारण पौधे जल्दी सूख सकते हैं या उनकी वृद्धि रुक सकती है। ऐसे में केवल पर्याप्त पानी ही नहीं, बल्कि सही खाद का चयन भी बेहद जरूरी हो जाता है।
कई बार हम पौधों की देखभाल के लिए कुछ खादों का उपयोग कर बैठते हैं, जो इस मौसम में लाभ के बजाय हानि पहुंचा सकती हैं। आइए जानते हैं किन खादों से गर्मियों में बचना चाहिए।

केमिकल फर्टिलाइज़र से दूरी बनाएं
गर्मियों में रासायनिक खादों (केमिकल फर्टिलाइज़र) का प्रयोग पौधों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। इस मौसम में तापमान पहले से ही अधिक होता है और यदि हम पौधों में रासायनिक खाद डालते हैं तो उनकी पत्तियां झुलस सकती हैं और पौधे जल भी सकते हैं।
इसके अलावा, ये फर्टिलाइज़र मिट्टी में जहरीले अवशेष छोड़ते हैं, जिससे मिट्टी की उर्वरता कम हो जाती है और भूमि धीरे-धीरे बंजर हो सकती है। इसलिए गर्मी के मौसम में रासायनिक खादों से पूरी तरह परहेज़ करना चाहिए।
सरसों की खली का सीमित प्रयोग
सरसों की खली एक प्राकृतिक खाद है जो आमतौर पर पौधों की वृद्धि में सहायक मानी जाती है, लेकिन गर्मियों में इसका सीधा उपयोग पौधों के लिए नुकसानदायक हो सकता है। खली की प्रकृति गर्म होती है, जो गर्मी के मौसम में पौधों को अतिरिक्त गर्मी प्रदान कर देती है और इससे पौधे सूख सकते हैं।
यदि आप खली का उपयोग करना ही चाहते हैं, तो इसे पहले पानी में भिगोकर रखें और फिर उसके पानी में दोगुना ताज़ा पानी मिलाकर ही पौधों में डालें। इससे पौधों को पौषक तत्व भी मिलेंगे और उन्हें नुकसान भी नहीं होगा।
लकड़ी और उपले की राख से परहेज करें
कई लोग राख को जैविक खाद के रूप में उपयोग करते हैं, लेकिन गर्मियों में यह एक गलत कदम साबित हो सकता है। खासकर लकड़ी या गोबर के उपलों की राख गर्म तासीर वाली होती है और यदि गर्मी के दिनों में इसे पौधों के पास डाला जाए तो इससे पौधे जल सकते हैं या उनकी जड़ें कमजोर हो सकती हैं।
इसके अलावा, अधिक राख मिट्टी को क्षारीय बना देती है, जो अधिकांश पौधों की वृद्धि के लिए अनुकूल नहीं होती। इसलिए इस मौसम में राख का प्रयोग बिल्कुल न करें।
गर्मियों में पौधों की सुरक्षा कैसे करें?
गर्मियों में पौधों को सीधे दोपहर की तेज़ धूप (दोपहर 12 बजे से शाम 5 बजे तक) से बचाना चाहिए। उन्हें सुबह और शाम नियमित रूप से पानी देना ज़रूरी है ताकि मिट्टी में नमी बनी रहे। जैविक खाद जैसे वर्मी कम्पोस्ट या गोबर की सड़ी हुई खाद का सीमित मात्रा में उपयोग किया जा सकता है, लेकिन ध्यान रखें कि वह खाद अच्छी तरह सड़ी हुई हो। साथ ही, गमलों को छांव में रखें या शेड का प्रयोग करें ताकि पौधों को अत्यधिक तापमान से सुरक्षा मिल सके।