क्या आप जानते हैं कि शादी के बाद कपल्स के पहले ट्रिप को क्यों कहा जाता है हनीमून, जानें क्या इसके पीछे की वजह

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By Meghraj ChouhanPublished On: January 8, 2025

शादी का दिन हर किसी के जीवन का एक अनमोल और खास पल होता है। खासकर नवंबर से लेकर फरवरी तक का समय शादियों का सीजन होता है, जब शादी की तैयारियाँ जोर-शोर से चलती हैं। शादी के बाद, एक नया और रोमांटिक अध्याय शुरू होता है, जिसे हनीमून कहा जाता है। यह एक ऐसा अवसर होता है जब कपल्स अपनी शादी के बाद एक-दूसरे के साथ छुट्टियों का आनंद लेते हैं। इस लेख में, हम जानेंगे कि शादी के बाद हनीमून क्यों मनाया जाता है और इसका इतिहास क्या है।

हनीमून को एक यादगार यात्रा के रूप में देखा जाता है, जो कपल्स को एक दूसरे के करीब लाता है। शादी के बाद, यह समय दोनों के रिश्ते को और गहरा करने और एक-दूसरे को समझने का होता है। हनीमून का मतलब केवल यात्रा नहीं, बल्कि यह समय होता है जब जोड़े अपनी उम्मीदों, ख्वाहिशों और सपनों के बारे में खुलकर बात कर सकते हैं। शादी के 5 से 10 दिन बाद जब कपल्स घूमने जाते हैं, तो यह उनकी जिंदगी का एक बेहतरीन और यादगार अनुभव बनता है।

हनीमून क्यों कहा जाता है?

क्या आप जानते हैं कि शादी के बाद कपल्स के पहले ट्रिप को क्यों कहा जाता है हनीमून, जानें क्या इसके पीछे की वजह

कई लोगों के मन में यह सवाल आता है कि शादी के बाद घूमने जाने को हनीमून क्यों कहा जाता है? इसके पीछे एक रोचक कहानी है, जो काफी पुरानी है।

बेबीलोन से उत्पत्ति

कहा जाता है कि हनीमून की परंपरा करीब 4000 साल पुरानी बेबीलोन की है। उस समय, शादी के तुरंत बाद, नए जोड़े को शहद से बनी शराब दी जाती थी। यह शराब विशेष रूप से उनके जीवन को मीठा बनाने के लिए दी जाती थी। बेबीलोन में इस महीने को ‘हनी मंथ’ कहा जाता था, और यह चंद्र कैलेंडर के अनुसार निर्धारित किया जाता था। इस परंपरा के बाद, धीरे-धीरे इसे हनीमून नाम से जाना जाने लगा।

यूरोप में हनीमून की परंपरा

5वीं शताब्दी में, यूरोप में शादी के बाद जोड़े एक खास यात्रा पर जाते थे, जिसे वे ‘हनीमून’ कहते थे। यह यात्रा पूर्णिमा के चक्र तक चलती थी। इस दौरान जोड़ों को शहद से बनी एक ड्रिंक दी जाती थी, जिसे पीकर वे अपने नवविवाहित जीवन का जश्न मनाते थे। इस परंपरा ने हनीमून के स्वरूप को और भी विशेष बना दिया।

19वीं शताब्दी में, हनीमून शब्द का उपयोग अधिक सामान्य हो गया था। हालांकि, हनीमून सिर्फ यात्रा तक सीमित नहीं है, बल्कि इसे शादी के बाद एक खास पीरियड के रूप में भी देखा जाता है। यह वह समय होता है जब कपल्स एक-दूसरे के साथ अधिक समय बिताते हैं और एक-दूसरे को बेहतर तरीके से जानने की कोशिश करते हैं। चाहे कपल्स यात्रा पर जाएं या न जाएं, इस समय को एक साथ बिताकर वे अपने रिश्ते को मजबूत करते हैं और जीवन की नई शुरुआत का आनंद लेते हैं।