पटना। भारत के सबसे बड़े दलित दलित नेता के रूप में मशहूर रामविलास पासवान अब हमारे बीच से जा चुके है। बता दे कि, गुरुवार को केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान का दिल्ली में निधन हो गया था। जिसके बाद शुक्रवार दोपहर बाद उनका पार्थिव शरीर पटना लाया गया है।
बता दे कि, उनके पार्थिव शरीर को एयरपोर्ट से लोक जनशक्ति पार्टी के प्रदेश कार्यालय में अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। रामविलास पासवान के पार्थिव शरीर को पटना लोजपा कार्यालय से विधानसभा ले जाया गया, जहां उनको सभी ने श्रद्धांजलि अर्पित की। बता दे कि, शनिवार यानी 10 अक्टूबर को उनका अंतिम संस्कार पटना में ही किया जाएगा।
मोदी कैबिनेट में उपभोक्ता, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मामलों के मंत्री रामविलास पासवान की सेहत में लगातार गिरावट आ रही थी। जिसके बाद उन्हें दिल्ली के प्राइवेट अस्पताल में 3 अक्टूबर को उनके दिल का ऑपरेशन देर रात किया गया। दरअसल, 24 अगस्त से ही वे लगातार परेशानियों से जुंज रहे थे और पिछले कुछ हफ्तों से अस्पताल में भर्ती थे।
दरअसल, उनका दिल और किडनी ठीक से काम करना बंद कर दिया था। जिस वजह से कुछ दिनों से उन्हें आईसीयू में एक्मो मशीन के सपोर्ट पर रखा गया था। वही, गुरुवार की शाम 6:05 बजे उन्होंने दिल्ली के फोर्टिस अस्पताल में आखिरी सांस ली।