कमलनाथ का BJP पर हमला, बोले- घोषणाएं सिर्फ चुनावी एजेंडा

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भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर आज जमकर हमला किया है। पूर्व मुख्यमंत्री ने आज टंट्या भील मामा के बलिदान दिवस पर आयोजित कार्यक्रम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि भाजपा आज जो आदिवासी वर्ग को लुभाने ,साधने के लिए उनके महानायको की जयंती, बलिदान दिवस मना रही है, घोषणाएँ कर रही है,कार्यक्रम आयोजित कर रही है ,यह भाजपा का सिर्फ चुनावी एजेंडा है।

उन्होंने कहा कि, बड़े आश्चर्य की बात है कि पिछले 18 वर्षों से प्रदेश में भाजपा (BJP) की सरकार है, इन 18 वर्षों में भाजपा को आज तक आदिवासी वर्ग या उनके महानायको की कभी याद नहीं आई ? क्या इन महानायकों का जन्म आज हुआ है, जो भाजपा आज यकायक इन्हें याद करने में जुट गयी है? रानी कमलापति , बिरसा मुंडा, ताँतया भील , राजा शंकर शाह , कुंवर रघुनाथ शाह , भीमा नायक , रानी दुर्गावती सहित इन सभी महानायकों का वर्षों का अपना गौरवशाली इतिहास है, भाजपा को इतने वर्षों में कभी इनकी याद आयी ,कभी इनकी जयंती व बलिदान दिवस प्रदेश में भाजपा ने मनाये ? आज भाजपा गौरव दिवस मना रही है और गौरव यात्रा निकाल रही है ?

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उन्होंने आगे बीजेपी पर वार करते हुए कहा कि, वैसे भी भाजपा को तो आदिवासी वर्ग के महानायकों के गौरव दिवस या गौरव यात्रा निकालने का कोई हक नहीं है। भाजपा को तो माफी दिवस व माफी यात्रा निकालना चाहिए क्योंकि आदिवासी वर्ग इस सच्चाई को जानता है कि मध्य प्रदेश में आदिवासी वर्ग के साथ उत्पीड़न, दमन व अत्याचार की घटनाएं देश में सबसे ज्यादा होती है। इसका प्रमाण एनसीआरबी के हाल ही के आंकड़े हैं जो ख़ुद मोदी सरकार ने जारी किये है।इस रिपोर्ट के मुताबिक़ आदिवासी वर्ग के साथ उत्पीड़न की घटनाओं में प्रदेश का नाम देश में शीर्ष पर है।

साथ ही कमलनाथ ने कहा कि, वही बात करें तो मध्य प्रदेश के अंदर हाल ही में घटित नेमावर की घटना हो या खरगोन की घटना हो या नीमच की घटना हो या अन्य घटनाएँ हो, सभी ने देखा कि किस प्रकार आदिवासी वर्ग के साथ अन्याय व दमन की प्रदेश में खुलेआम घटनाएँ हुई और आदिवासी वर्ग सड़कों पर आकर इन घटनाओं की सीबीआई जांच की मांग करता रहा। जो कि शिवराज सरकार ने आज तक नही मानी और ना मुख्यमंत्री से लेकर मध्य प्रदेश के किसी भी जिम्मेदार भाजपा नेता ने पीड़ित परिवारों की आज तक सुध ली।

पुरानी घोषणाओं को याद दिलाते हुए कमलनाथ ने कहा कि, प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस का अवकाश घोषित किया था और इस दिवस को मनाने के लिये 89 विकास खंडों में 1-1 लाख की राशि भी प्रदान की थी।शिवराज सरकार ने आते ही उस अवकाश को भी निरस्त कर दिया और उस राशि पर भी रोक लगा दी।यह सच्चाई भी आदिवासी वर्ग जानता है। उन्होंने कहा कि, यह वही शिवराज सरकार है ,जिसने आते ही कांग्रेस सरकार के समय आदिवासी वर्ग के हित के लिए लागू की गई योजनाओं को रोक दिया।

साथ ही कमलनाथ ने कांग्रेस की योजनाओ की याद दिलाते हुए कहा कि, कांग्रेस सरकार ने आदिवासी के हित ,उत्थान व कल्याण के लिए उनके जन्म से लेकर मृत्यु तक कई योजनाओं को लागू किया था और कई निर्णय लिए थे।चाहे आदिवासी वर्ग को बर्तनों के लिए राशि देने की बात हो या उनके घर में जन्म व मृत्यु के समय राशन देने की बात हो , उन सब पर भी शिवराज सरकार ने रोक लगा दी। भाजपा को तो वैसे भी आदिवासी वर्ग पर बात करने का कोई हक नहीं है।भाजपा के यह सब आयोजन एक इवेंट व मेगा शो की तरह है जो सिर्फ चुनावी एजेंडे के तहत , वर्ष 2023 में आने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए आदिवासी वर्ग को लुभाने व साधने के लिए किए जा रहे हैं।