किसान आंदोलन के मुद्दे पर बात करने पहुंचे कमलनाथ, उमा भारती ने भेजा पत्र

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भोपाल: सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ देश के किसानो द्वारा राजधानी दिल्ली में किसान आंदोलन कर रहे है। ऐसे में मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मप्र के CM से किसानो के लिए समर्थन की मांग की है। आज कमलनाथ इस मुद्दे पर बात करने हेतु सीएम शिवराज से मिलने सीएम हाउस पहुंचे। इस दौरान दोनों के बीच लगभग 15 मिनट तक वार्ता चली है। इस वार्ता में कमलनाथ ने CM शिवराज से किसान हित में केंद्र सरकार के कानूनों का विरोध करने की बात कही है। साथ ही कमलनाथ ने इस मुद्दे के अलावा भी प्रदेश के विकास से जुड़े कई मुद्दों पर बात की है जिसमे किसान आंदोलन, कृषि कानून, प्रदेश के विकास सहित मामले शामिल थे। इतना ही नहीं इस बातचीत के दौरान कमलनाथ ने विधानसभा उपाध्यक्ष पद को लेकर भी शिवराज से चर्चा की है।

इसी के चलते उमा भारती ने भी CM शिवराज को एक पत्र भेजा है-
बता दे कि अभी कुछ दिनों पहले ही उमा भारती ने प्रदेश में शराब को बंद करने की बात कही थी। इसी कड़ी में उमा भारती ने शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है, उमा ने लिखा है कि “शराबखोरी से गरीबों की जिंदगी तबाह हो रही है, कोई गलतफहमी ना हो, इसलिए पत्र को सार्वजनिक कर रही हूं” साथ ही उन्होंने इस पत्र में अभियान को सरकार के खिलाफ या संगठन की लाइन से हटकर चलाने से बचने के लिए गांधीजी के अभियान का भी पत्र में उल्लेख किया है।

जिसके अनुसार उन्होंने लिखा है कि- “गांधी जी की की कल्पना में आजाद भारत में शराबबंदी भी थी. लेकिन, इस देश में अभी तक जो प्रयास हुए हैं, वह सरकारी या राजनीतिक की बजाय सामाजिक रूप से ज्यादा सफल हुए हैं” साथ ही इस पात्र में उन्होंने 8 मार्च को एक बार फिर अभियान को लेकर विचार विमर्श करने की बात कही है।

साथ ही शराब बंदी के कारण का भी ज़िक्र किया है-
उमा भारती ने CM को ये पत्र लिखने से पहले ही सोशल मीडिया पर इसकी और अभियान की जानकारी दी थी, जिसमे उन्होंने लिखा था कि – नशा करने के बाद ही रेप की घटनाएं बढ़ रही हैं, इसलिए नशा और शराबबंदी होनी चाहिए, और ऐसा निर्णय लेने के लिए राजनैतिक साहस की जरूरत होती है। बता दे कि जल्द ही मध्य प्रदेश में शराबबंदी को लेकर अभियान चलाया जाएगा.