कॉन्टैक्ट लेंस लगाने से खराब हुई Jasmin Bhasin की आंखें, दिखना हुआ बंद

Deepak Meena
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कौन नहीं चाहता कि उसकी आंखें खूबसूरत दिखें? कॉन्टैक्ट लेंस इसी चाहत को पूरा करने का एक आसान तरीका लगते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये आपके आंखों की सेहत के लिए कितने खतरनाक हो सकते हैं? जी हां, कॉन्टैक्ट लेंस के अंधाधुंध इस्तेमाल से आपकी आंखों को गंभीर नुकसान पहुंच सकता है।

मशहूर अभिनेत्री जैस्मिन भसीन ने भी कॉन्टैक्ट लेंस के दुष्प्रभावों का अनुभव किया है। उन्होंने बताया कि कॉन्टैक्ट लेंस के कारण उनकी आंखों में दर्द हुआ और बाद में कॉर्निया खराब हो गया।

जैस्मीन ने अपनी आंखों के बारे में बताया, “मैं 17 जुलाई को एक इवेंट के लिए दिल्ली में थी. मैं तैयार हो रही थी. मुझे नहीं पता कि मेरे लेंस में क्या समस्या थी लेकिन लेंस पहनने के बाद मेरी आंखों में दर्द होने लगा और दर्द धीरे-धीरे बढ़ता गया. मैं डॉक्टर के पास जाना चाहती थी लेकिन चूंकि यह काम की कमिटमेंट थी इसलिए मैंने पहले इवेंट में जाने और फिर डॉक्टर के पास जाने का फैसला किया. मैंने इवेंट में धूप का चश्मा पहना था और टीम ने मुझे चीजों को संभालने में मदद की क्योंकि एक समय के बाद मैं कुछ भी नहीं देख पा रही थी.” जैस्मिन का कॉर्निया डैमेज है और कुछ दिनों में ठीक हो जाएंगी.

एक्ट्रेस ने बताया, “बाद में रात में हम एक आई स्पेशलिस्ट के पास गए जिन्होंने मुझे बताया कि मेरी कॉर्निया डैमेज हो गई है और मेरी आंखों पर पट्टी बांध दी. अगले दिन मैं मुंबई भागी और यहां अपना इलाज जारी रखा. मुझे बहुत दर्द हो रहा है. डॉक्टरों ने मुझे बताया है कि मुझे अगले चार-पांच दिनों में ठीक हो जाना चाहिए लेकिन तब तक मुझे अपनी आंखों की अच्छी देखभाल करने की जरूरत है. यह आसान नहीं है क्योंकि मैं देख नहीं सकती और दर्द की वजह से मुझे सोने में भी परेशानी हो रही है. अच्छी बात ये रही कि मुझे अपना कोई भी काम पोस्टपोन नहीं करना पड़ा. मुझे उम्मीद है कि मैं कुछ दिनों में ठीक हो जाऊंगी और काम पर वापस आ जाऊंगी.”

क्यों हैं कॉन्टैक्ट लेंस खतरनाक?

कॉर्निया इंफेक्शन: कॉन्टैक्ट लेंस अगर सही तरह से न लगाए जाएं तो कॉर्निया को लगातार रगड़ते रहते हैं, जिससे गंभीर इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है।

धुंधलापन और दृष्टि कमजोर होना: लंबे समय तक कॉन्टैक्ट लेंस लगाने से आंखों में धुंधलापन आ सकता है और धीरे-धीरे दृष्टि कमजोर होने लगती है।

ड्राई आई सिंड्रोम: कॉन्टैक्ट लेंस आंखों को सूखा बना देते हैं और ड्राई आई सिंड्रोम का कारण बन सकते हैं।

जलन और दर्द: कॉन्टैक्ट लेंस लगाने से आंखों में जलन और दर्द होना आम बात है, जो आगे चलकर गंभीर समस्याओं का कारण बन सकता है।

एलर्जी और संवेदनशीलता: कुछ लोगों को कॉन्टैक्ट लेंस से एलर्जी या संवेदनशीलता हो सकती है, जिससे आंखें लाल हो जाती हैं और सूज जाती हैं।

कॉन्टैक्ट लेंस आंखों को खूबसूरत बनाने का एक जरिया हो सकते हैं, लेकिन उनकी कीमत आपकी आंखों की सेहत से कहीं ज्यादा है। इसलिए कॉन्टैक्ट लेंस का इस्तेमाल करते समय सावधानी बरतना बहुत जरूरी है।