Indore Pride Day: जल महोत्सव की रंगारंग शुरुआत, योद्धाओं का हुआ सम्मान

Share on:

Indore: प्रदेश के यशस्वी माननीय मुख्यमंत्री, शिवराजसिंह चौहान द्वारा प्रदेश के समस्त शहरो का जन्म दिवस मनाने का आव्हान किया गया था. जिसके क्रम में इंदौर शहर के जनप्रतिनिधियों व प्रबुद्धजनो, प्रशासनिक अधिकारियो के साथ बैठक कर इंदौर का जन्म दिवस मां अहिल्या देवी के जन्म उत्सव दिनांक 31 मई को इंदौर गौरव दिवस के रूप में मनाने के निर्णय के क्रम में 25 मई से 31 मई तक विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है. इसी क्रम में आज इंदौर गौरव दिवस के अंतर्गत रविन्द्र नाटय में आयोजित जल महोत्सव कार्यक्रम का मंत्री तुलसीराम सिलावट, सांसद शंकर लालवानी, विधायकगण व अन्य प्रबुद्धजनो द्वारा मां अहिल्या के चित्र पर माल्यार्पण कर व दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।

इस अवसर पर आईडीए अध्यक्ष जयपालसिंह चावडा, विधायक मालिनी लक्ष्मणसिंह गौड, महेन्द्र हार्डिया, आकाश विजयवर्गीय, पूर्व आईडीए अध्यक्ष मधु वर्मा, पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता, राजेश सोनकर, गोपीकृष्ण नेमा, प्रमुख वक्ता उमाशंकर पाण्डे चित्रकुट, राजेश सिंह अलवर, रेस्क मेहता रायपुर, कलेक्टर मनीष सिंह, आयुक्त प्रतिभा पाल, डॉ. निशांत खरे, पूर्व सभापति अजय सिंह नरूका, जल समिति के दिलीप शर्मा, बलराम वर्मा, पूर्व एमआईसी सदस्य, पूर्व पार्षद, बड़ी संख्या में शहर के प्रबुद्धजन व गणमान्य नागरिक उपस्थित थे, इंदौर गौरव दिवस के अंतर्गत आयोजित जल महोत्सव में बड़ी संख्या में नागरिक सम्मिलित हुए।

Must Read- 56 दुकान से वाहन चोरी करने वाले कुछ इस तरह से पकड़ाए

कार्यक्रम का शुभारंभ इदौरी आर्टिस्ट ग्रुप के प्रबल जैन द्वारा मध्य प्रदेश गान व जल गीत के माध्यम से किया गया, इस अवसर पर इंदौर की प्रसिद्ध डॉ. रागिनी मखड द्वारा जल के महत्सव पर नृत्य प्रस्तुति देकर की गई। कार्यक्रम का संचालन पूर्व सभापति अजयसिंह नरूका ने किया। इस अवसर पर समस्त अतिथियों व नागरिको द्वारा भू जल संरक्षण की शपथ भी ली गई। इसके साथ ही अतिथियों द्वारा इंदौर गौरव दिवस के मोनो का भी विमोचन किया गया

इसके साथ ही इंदौर गौरव दिवस उत्सव के अंतर्गत भू-जल संरक्षण अभियान के तहत अतिथियों द्वारा जल संरक्षण हेतु रेन वॉटर हावेस्टिंग में विशेष योगदान देने वाले सुरेश एमजी वॉटर एक्सपर्ट, नारायण बाग कालोनी रहवासी संघ, केन्द्रीय गुरू सिंह सभा इंदौर, न्यू सियागंज मार्केट एसोसिएशन, वृक्षारोपण में विशेष योगदान करने वाले चन्द्रकांत जोशी, अशोक अग्रवाल, अमरिश कैला, दिनेश जगवानी, कुंआ-बावडी-तालाब संरक्षण में विशेष योगदान देने वाले घनश्याम वर्मा- बिलावली तालाब, कसेरा बगीची, लसुडिया मोरी तालाब संरक्षण एवं प्रबंधन समिति, हनुमानगढी बावडी के प्रबंधक को प्रशस्ति पत्र व मोमेन्टो देकर सम्मानित भी किया गया।

मान. मंत्री तुलसीराम सिलावट ने कहा कि जल की एक बूंद अमृत के समान है, जिस प्रकार से एक आंदोलन चला था, देश की आजादी का, इस देश को अंग्रेजो को भगाने का, उसी प्रकार से मां अहिल्या की नगरी से जल संरक्षण का आंदोलन चलाया जा रहा है, जिससे देश के अन्य शहरो को भी भू जल संरक्षण के लिये आंदोलन चलाया जावे और देश को जलसंकट से बचाया जा सके। इंदौर जब भी कुछ करता है, उसमें सफल होता है। इंदौर में जुनुन है, एक ललक है, इंदौर का एक संकल्प है और उसे पुरा भी करता है। इंदौर लगातार पांच बार स्वच्छता में नंबर वन शहर बना है, उसी प्रकार से जल संरक्षण अभियान में भी इंदौर नंबर वन शहर बने। इस विश्व में पानी का केाई विकल्प नही होता है, जल संकट हम सभी के लिये एक समस्या है। इसके लिये हम सभी को साथ मिलकर जल संरक्षण के लिये कार्य करना आवश्यक है। जिस प्रकार से जल के बिना जीवन संभव नही है, उसी प्रकार हम जल को उत्पन्न नही कर सकते है, इसलिये जल का संरक्षण हम सभी मिलकर करे।

सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि आज प्रातःकाल में शहर में आयोजित जलसभा का आयोजन किया गया, जिसमें बडी संख्या में क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि व गणमान्य नागरिक उपस्थित थे. इससे ज्ञात होता है कि इंदौर के लोग भू जल संरक्षण अभियान के लिये कितने अग्रसर है। उन्होने कहा कि मान. प्रधानमंत्री जी ने आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत अमृत सरोवर निर्माण करने का आव्हान किया गया था, इसी क्रम में इंदौर तथा आस-पास के क्षेत्रो में अमृत सरोवर का निर्माण किया जा रहा है। उन्होने कहा कि राष्ट्रपति द्वारा जब इंदौर को अवॉर्ड प्राप्त हुआ तो, इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि इस वर्ष इंदौर को कई अवॉर्ड मिले है, इंदौर कैसे आगे है, इस पर मेने कहा कि यह इंदौर के जागरूक नागरिको के सहयोग का परिणाम है, जो कि इंदौर स्वच्छता के साथ ही अन्य कार्यो में भी आगे है।

विधायक मालिनी लक्ष्मणसिंह गौड ने कहा कि मुख्यमंत्री जी के मन में भाव आया कि प्रदेश के शहरो का जन्म उत्सव मनाया जावे, हम सभी जनप्रतिनिधि व शहर के गणमान्य नागरिको ने निर्णय लिया कि इंदौर का गौरव मां अहिल्या देवी है, इसलिये इंदौर का गौरव दिवस 31 मई मां अहिल्या के जन्म उत्सव पर मनाएगे, इसी क्रम में आज इंदौर गौरव दिवस महोत्सव सप्ताह का शुभारंभ किया गया, जिसके अंतर्गत आज प्रातःकाल में समस्त वार्डो मे जल सभा का आयोजन किया गया, इसके पश्चात पर्यावरण संरक्षण के लिये विधानसभा वार पौधारोपण भी किया गया। इसके साथ ही आज रविन्द्र नाटयगृह में शहर के प्रबुद्धजनो व वरिष्ठ नागरिको के साथ इंदौर गौरव के लिये संवाद भी किया गया। शहर के भूजल संरक्षण अभियान के लिये हम सभी सहयोग करे और अधिक से अधिक रैन वॉटर हावेस्टिंग सिस्टम लगाकर शहर का भू जल स्तर बढाने में सहयोगी बनेगे।

प्रमुख वक्ता उमाशंकर पाण्डे चित्रकुट ने कहा कि इस देश में जल योद्धा हुआ है, पहले भागीरथ, महाराज भोज, महारानी दुर्गावती, मां अहिल्याबाई होल्कर को याद करते है, उन्होने कहा कि मां अहिल्या देवी होल्कर ने सिर्फ घाटो का निर्माण नही किया अपितु तालाबो का भी निर्माण किया है और इंदौर गौरव दिवस के अंतर्गत जल संरक्षण को लेकर कार्यकम आयोजित किया गया है। मां अहिल्या की नगरी इंदौर जो कि स्वच्छता में लगातार पांच बार नंबर वन शहर है, और अब भू जल संरक्षण के लिये अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें इंदौर शहर के जागरूक नागरिको के सहयोग से अवश्य ही सफल होगा। उन्होने कहा कि जब व्यक्ति का अंतिम समय आता है तो अंत समय में गंगा और जल की मांग की जाती है, जब मकान बनाते है तो हम देखते है कि उसके आस-पास घर है या नही। जीवन से मुर्त्यु तक हमारे जीवन में जल का महत्व रहता है। इसलिये आप सभी जल का संरक्षण करे, जल का अपव्यय ना करे और उसका सदुपयोग करे।

रायपुर छत्तीसगढ के रेस्क मेहता ने कहा कि संरक्षण किसका किया जाता है, पानी को कैसे आप देखते है, पानी आपके लिये क्यां है। जल संरक्षण उद्योग के साथ कैसे किया जा सकता है। जल कि शक्ति अपार है किंतु हम प्यास बुझाने से जल को जोडते है। जनता के बीच में जल का लाभ बताते है, पानी का दूरूपयोग नही करना, यह संदेश सभी को देने का इंदौर द्वारा आंदोलन के माध्यम से संदेश दिया जा रहा है। निजी स्तर से जल संरक्षण के विभिन्न तरीके है, हम सभी को मिलकर इसके लिये कार्य करना होगा। उन्होने कहा कि जिस प्रकार से घरो में लगे आर ओ के पानी की मशीन से शुद्ध पानी के साथ ही अशुद्ध पानी का भी संग्रह करे।