भारत की संस्कृति को सहेजकर आने वाली पीढ़ी को सौंपना हमारा दायित्व – मातृशक्ति

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“समवर्धिनी- चिंतन भारतीय स्त्री का” इस विषय पर डॉ. हेडगेवार जन्म शताब्दी सेवा न्यास, इंदौर विभाग द्वारा मातृ सम्मेलन का आयोजन १० सितंबर २०२३ को आयोजित किया गया। इस सम्मेलन की मुख्य वक्ता भारतीय शिक्षण मंडल की राष्ट्रीय महिला प्रकल्प की प्रमुख अरुंधती कावडकर जी रही। अपने उद्बोधन में उन्होंने कहा भारत के पुनरूत्थान में महिलाओ को मन से तयार होने की आवश्यकता है।

सम्मेलन की अध्यक्षता प. पू. भक्तिप्रिया एवम निनाजी विनोद अग्रवाल ने की। सम्मेलन के आयोजन की भूमिका विश्व हिंदू परिषद की प्रांत संयोजिका डॉ माला ठाकुर रखी। स्वागत समिति में डॉ. नीरजा पुराणिकजी, डॉ. माया वोहरा , साक्षी अग्रवाल, हर्षिता जी सिंह, सोनिया जी ठकराल, डॉ. नीति गुप्ता, श्रेष्ठा गोयल, अमृता जी नारंग, डॉ. शुभांगी महाशब्दे उपस्थित रही।

चर्चा सत्र मे स्थानीय महिलाओ की समस्याओ पर समाधान के लिये हम मिलकर क्या कर सकते हैं, इस पर चर्चा हुईं। चर्चा प्रवर्तक राष्ट्र सेविका समिति की प्रांत संयोजिका अनघा ताई साठे, माला ठाकुर एवम् शालिनि रतौरिया थी। समापन सत्र मे मुख्य वक्ता शताब्दी पांडे ने पाश्चात्य संस्कृति का अंधानुकरण न करते हुए भारत की परंपराओं को सहेज कर आनेवाली पीढ़ी को देने में महिलाओ की सक्रीय भूमिका होनी चाहिए इस पर अपने विचार व्यक्त किये। इन्दौर विभाग की कार्यवाहिका आरती मिश्रा ने आभार व्यक्त किए।इस सम्मेलन में 1500+ प्रबुद्ध महिलाएं जैसे कि डॉक्टर्स, इंजिनियर, CA, प्राध्यापक, उद्योजिका आदि सहभागी हुईं।